महाराष्ट्र सरकार के बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) उपक्रम के संविदा कर्मचारियों ने सोमवार को अचानक से हड़ताल कर दी, जिससे शहर में कई रूट पर बस सेवाएं प्रभावित हुईं। ये हड़ताल वेट लीज मॉडल के तहत नियुक्त एक निजी ऑपरेटर्स के संविदा कर्मचारियों ने की। इस हड़ताल का कारण पता नहीं चल सका है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निजी ऑपरेटर के अधिकारियों द्वारा एक गर्भवती महिला कंडक्टर के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार होने से नाराज होकर कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। बेस्ट के एक अधिकारी ने बताया कि हड़ताल मुंबई के प्रतीक्षा नगर डिपो तक सीमित है और इस हड़ताल का व्यापक असर नहीं पड़ा है। वहीं यूनियन के एक नेता ने दावा किया है कि जिस निजी ऑपरेटर के कर्मचारियों ने ये हड़ताल की है, उसकी 100 से ज्यादा बसें मुंबई में चलती हैं, इसलिए हड़ताल का असर व्यापक रहा। मुंबई में बेस्ट करीब 3000 बसों का संचालन करता है और रोजाना 30 लाख यात्रियों को सफर कराता है। बीते एक सप्ताह से यह अहम विभाग बिना महाप्रबंधक के ही काम कर रहा है।
निजी ऑपरेटर के डिपो पर ही रहा हड़ताल का असर
बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के अतिरिक्त आयुक्त वर्तमान में बेस्ट महाप्रबंधक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बेस्ट के जनसंपर्क अधिकारी सुदास सावंत ने बताया कि वेट लीज ऑपरेटर मातेश्वरी के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, जिसके कारण कुछ मार्गों पर बसें संचालित नहीं हो पाईं। उन्होंने यह भी कहा कि हड़ताल प्रतीक्षा नगर डिपो तक सीमित है और अन्य बेस्ट डिपो पर बस संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है। वहीं बेस्ट कर्मचारी संघ के नेता सुहास सामंत ने कहा कि मातेश्वरी प्रतीक्षा नगर डिपो से 110 बसें संचालित करता है और सुबह हड़ताल शुरू होने के बाद से उनमें से किसी भी बस का संचालन नहीं हुआ। इस मामले में निजी ऑपरेटर मातेश्वरी से संपर्क नहीं हो पाया। वेट लीज मॉडल के तहत, निजी ऑपरेटर बसों के रखरखाव और ड्राइवरों के वेतन का भुगतान करते हैं।
मुंबई में बेस्ट कर्मचारियों ने की अचानक हड़ताल, आर्थिक राजधानी में बस सेवाएं हुईं प्रभावित
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