महाराष्ट्र में मिनी लॉकडाउन की शर्तों में ‘गैर जरूरी’ संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। शनिवार और रविवार को पूर्ण लॉकडाउन का आदेश दिया गया है। हालात पिछले साल की तरह हो रहे हैं, ऐसे में प्रवासी मजदूरों का पलायन भी शुरू हो चुका है। भिवंडी और वसई इंडस्ट्रियल स्टेट में कामकाज ठप पड़ने के बाद मजदूरों के पलायन की बात आ रही है, तो रेलवे के आंकड़ों से भी कुछ ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।
हर ट्रेन से पलायन कर रहे 1400 से 1500 यात्री
मध्य रेलवे के मुंबई डिविजन लॉकडाउन से पहले करीब 110 ट्रेनें ऑपरेट करती थीं। इनमें से अब औसतन 80 से 90% ट्रेनें चलने लगी हैं। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार के अनुसार इन ट्रेनों में से 42 से 45 ट्रेनें रोजाना उत्तर भारत के लिए जाती हैं। सरकार की मौजूदा गाइडलाइंस के हिसाब से प्रत्येक ट्रेन में 1400-1500 यात्री जा रहे हैं, जबकि सामान्य परिस्थितियों में ये आंकड़ा 3 हजार तक भी पहुंचता है क्योंकि वेटिंग टिकट वाले यात्री भी सफर करते हैं। मध्य रेलवे के अलावा करीब दर्जन भर ट्रेनें पश्चिम रेलवे से उत्तर भारत के लिए चल रही हैं। इस प्रकार करीब 80 हजार लोग ट्रेनों से और अन्य लोग सड़क के रास्ते ही अपने गांव के लिए निकलने लगे हैं।
पंचायत चुनावों का भी असर
भूलेश्वर में बिंदी का धंधा करने वाले पुष्पनारायण मिश्र ने बताया कि बीएमसी और पुलिस वाले अभी धंधा नहीं लगाने देते हैं। ऐसे में गांव जाना ही ठीक है। मिश्र ने बताया कि उनके यहां पंचायत के चुनाव है और कई दिनों से बुलावा आ रहा है। चुनाव लड़ने वाले लोग मुंबई से बसों की भी व्यवस्था कर रहे हैं। मिश्र की तरह ही राजेंद्र राजभर ने बताया कि उनके यहां काम करने वाले 3 लड़के पिछले शनिवार को बिना टिकट ही गांव की ट्रेन में चढ़ गए। प्रयागराज में उतरे तो कोई टिकट चेकिंग नहीं हुई।
आंकड़ों से अलग है स्थिति
रेलवे के आंकड़ों से स्थिति नियंत्रित लग रही है लेकिन ऐसा नहीं है। बांद्रा टर्मिनस से बरौनी के लिए निकली एक ट्रेन का दृश्य ट्विटर पर शेयर किया गया। उस ट्रेन के आरक्षित डिब्बे में ठीक वैसी ही भीड़ थी, जैसी छुट्टियों के सीजन में हुआ करती थी। ये ट्वीट वायरल होने के बाद पश्चिम रेलवे ने इसी रूट पर साप्ताहिक ट्रेन चलाने का फैसला लिया। ट्रेन क्रमांक 09005/06 को 16 अप्रैल से हर सप्ताह चलाया जाएगा और इसकी बुकिंग 10 अप्रैल से शुरू होगी।
मुंबई से रोजाना एक लाख लोगों का हो रहा है पलायन, उत्तर भारत के लिए चल रही हैं 50 से ज्यादा ट्रेनें
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