एनसीपी नेता छगन भुजबल और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया है। तीनों पर एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। शिकायतकर्ता के अनुसार भुजबल और दो लोगों ने उसे उस समय जान से मारने की धमकी दी जब उसने दो विवादित वीडियो फॉरवर्ड कर दिया जिसमें भुजबल हिंदू धर्म के खिलाफ बोल रहे थे। दरअसल, भुजगल ने इसी सप्ताह मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मांग की थी कि स्कूलों में सावित्री बाई फुले, ज्योतिबा फुले, शाहू महाराज, भाऊराव पाटिल और भीमराव अंबेडकर जैसे समाज सुधारकों के चित्र प्रदर्शित किए जाएं। राकांपा नेता ने कहा था, इन समाज सुधारकों के बजाय स्कूलों में देवी सरस्वती और शारदा के चित्रों को प्रदर्शित किया जाता है। हमने उन्हें देखा भी नहीं है और उन्होंने हमें कुछ सिखाया भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा था कि तीन फीसदी लोगों ने हमें शिक्षा से दूर रखा है। हम उनके सामने प्रार्थना क्यों करें? पूर्व मंत्री के बयान पर शिंदे और फडणवीस दोनों ने कहा कि स्कूलों से देवी के चित्र नहीं हटाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने नासिक में संवाददाताओं से कहा- कोई तस्वीर नहीं हटाई जाएगी। कुछ लोग (भुजगल) कुछ भी महसूस कर सकते हैं। हम उनकी मर्जी के हिसाब कुछ भी नहीं करेंगे। आम लोग जो चाहेंगे, वो करेंगे।
मुश्किल में फंसे एनसीपी नेता छगन भुजबल, जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज
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