देहरादून
कांग्रेस नेता राहुल गांधी विजय दिवस के मौके पर देहरादून पहुंचे। इस दौरान एक महा रैली का आयोजन किया गया। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले राहुल का राज्य में यह पहला दौरा है। परेड ग्राउंड में राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित किया। इस मौके पर राहुल गांधी ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधे हमला बोला।
देहरादून से बताया कुर्बानी का रिश्ता
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तराखंड के साथ मेरा क्या रिश्ता है? मैं यहां दून में पढ़ता था। मेरे परिवार का और उत्तराखंड का रिश्ता था। मुझे वह दिन याद है 31 अक्टूबर जब मेरी दादी इस देश के लिए शहीद हुईं, मुझे फिर 21 में याद आया, जिस दिन मेरे पिता इस देश के लिए शहीद हुए। मेरा आपका रिश्ता कुर्बानी का है। जो कुर्बानी उत्तराखंड के हजारों-हजारों परिवारों ने दी है, वही कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जो यहां लोग खड़े हैं, जिन्होंने अपना खून खोया है, अपना खून दिया है, वे इस रिश्ते को बहुत अच्छी तरह से समझेंगे। जो सेना में हैं एयरफोर्स में, नेवी में, उन परिवारों को यह बात बहुत गहराई से समझ आएगी। पिता को खोना, भाई को खोना आप लोग जानते और समझते हो। जिस परिवार ने ऐसी कुर्बानी नहीं दी, जिस व्यक्ति ने ऐसी कुर्बानी नहीं दी, उन्हें यह बात कभी समझ नहीं आ सकती। ये आपने देश को दिया है। आप कहते हो, हमारे लोग बॉर्डर पर खड़े होते हैं, सेना में, एयरफोर्स में नेवी में हैं, आपको दूसरे तरीके से बोलना चाहिए। अपको बोलना चाहिए कि उत्तराखंड ने देश को सबसे ज्यादा खून दिया है और देता रहेगा।
‘बंटे नहीं थे इसलिए 13 दिन में पाकिस्तान को हराया’
13 दिन में पाकिस्तान ने अपना सिर झुका दिया। आमतौर से युद्ध 6 महीने एक साल, 2-3 साल चलता है। अमेरिका ने अफगानिस्तान को हराने में बीस साल लगा दिए। हिंदुस्तान से पाकिस्तान को 13 दिन में हरा दिया। हमें भूलना नहीं चाहिए, बांग्लादेश में 1971 में जो हुआ उसे गहराई से समझना चाहिए।
‘भाई को भाई से लड़ा रही बीजेपी’
हिंदुस्तान अगर बंटा होता, अगर एक दूसरे से लड़ रहे होते तो 13 दिन में जीत नहीं हो सकती थी। दूसरी बात, 13 दिन में इसलिए जीते क्योंकि पाकिस्तान बंटा था। पाकिस्तान कमजोर था, वहां ईस्ट और वेस्ट पाकिस्तान की लड़ाई थी। यह एक सीख है कि अगर कोई मिलकर लड़े तो कोई शक्ति नहीं हरा सकती। आज देश को बांटा जा रहा है। देश को कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। एक भाई दूसरे भाई को डरा रहा है। कमजोर लोगों को मारा जा रहा है।
‘2-3 पूंजीपतियों के लिए काम कर रही सरकार’
पूरी की पूरी सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। तीन बिल, काले कानून, किसानों के खिलाफ, किसानों को खत्म करने के लिए बनाए गए थे। किसान एक साथ खड़े हुए, पीछे नहीं हटे, एक साल बाद पीएम हाथ जोड़कर कहते हैं गलती हो गई, माफी मांगता हूं। माफी मांगने के बाद जो 700 किसान शहीद हुए उनके लिए संसद में कहा कि एक भी किसान की मौत नहीं हुई। मैंने संसद में लिस्ट रख दी। पंजाब के 400 किसान, हरियाणा के 70 किसानों के लिए मुआवजा मांगा लेकिन नहीं दिया। पंजाब सरकार ने किसानों को मुआवजा दिया।
हिंदुस्तान के हर एक किसान की मेहनत छीनकर दो-तीन पूंजीपतियों को देने की तैयारी थी। नोटबंदी, गलत जीएसटी, कोरोना के समय सबसे बड़े उद्योगपतियों का टैक्स माफ लेकिन मजदूरों को ट्रेन का टिकट तक नहीं दिया। क्यों और क्या हो रहा है। हिंदुस्तान के छोटे और मध्यमवर्गीय व्यापारियों पर आक्रमण है। उत्तराखंड में आपको रोजगार नहीं मिलता? कारण है, जो रोजगार दे सकते हैं छोटे व्यवसाई उन्हें बीजेपी की सरकार ने खत्म कर दिया है।
‘दिल्ली की सरकार नहीं हटी तो सब 3-4 हाथों में चला जाएगा’
जब तक दिल्ली से बीजेपी की सरकार नहीं हटेगी, तब तक इस देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है। पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ता जाएगा। छोटे उद्योग बंद होते जाएंगे। सड़कें, खनन, एयरपोर्ट और पोर्ट सब उन्हीं तीन-चार लोगों के हाथों में चला जाएगा। यह देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा।
एक तरफ देश को बांटते हो और दूसरे तरफ देश की आर्थिक शक्ति को नष्ट करते हो। हवाई जहाज और तोप से देश मजबूत नहीं होता, गलतफहमी में मत रहिए, देश तब मजबूत होगा जब लोग मजबूत होंगे। जब देश की आवाज बिना डरे आवाज उठा सकती है, तब देश मजबूत होता है।
‘…जब इंदिरा गांधी को लगी थीं 32 गोलियां’
मैं भूल नहीं सकता। स्कूल में था तब बताया गया कि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। आपका मेरा यही रिश्ता है। आपके घरों में भी स्कूल में पढ़ रहे बच्चे को पता चलता है कि आपके पिता को गोली लगी है। जिस महिला ने 32 गोलियां खाईं, उनका दिल्ली में हुए फंग्शन में नाम तक नहीं है। सच्चाई से सरकार डरती है।
आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। दूसरी कठिनाई मंहगाई है। मंहगाई क्यों है? इंटरनैशनल मार्केट में पेट्रोल-डीजल के दाम नीचे गिरते जा रहे हैं। हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा टैक्स पेट्रोल पर लगता है। दस लाख करोड़ रुपये नरेंद्र मोदी ने आपसे छीनकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ कर दिया। जो रुपया आपकी जेब से निकल रहा है वह सबसे बड़े अरबपतियों की जेब में जा रहा है। वे नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग करते हैं।
पीएम मोदी की तर्ज पर राहुल की रैली
विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित हुई रैली के जरिए कांग्रेस 1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के राजनैतिक नेतृत्व में मिली जीत को भुनाने के प्रयास में नजर आई। चूंकि उत्तराखंड को सैनिकों की भूमि कहा जाता है 1971 के युद्ध में यहां के सैनिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। यानी पीएम मोदी की तर्ज पर राहुल गांधी स्थानीय मुद्दे उठाते नजर आए। इस युद्ध में उत्तराखंड के 248 वीर सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे जिनके परिजनों को राहुल ने सम्मानित किया।
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