राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है, लेकिन अब जल्द ही बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद है। एक सरकारी अधिकारी ने शनिवार को बताया कि दक्षिणी राज्यों से टमाटर की आपूर्ति में सुधार होने की वजह से आने वाले हफ्तों में दिल्ली में टमाटर की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। अधिकारी ने बताया कि आपूर्ति में व्यवधान के कारण आलू और प्याज की कीमतों में तेजी आई है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारी ने बताया, ‘दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। अत्यधिक गर्मी और उसके बाद काफी बारिश की वजह से आपूर्ति बाधित हुई, जिससे सब्जियों की कीमतें बढ़ गईं।’ उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में टमाटर की कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है, लेकिन अगर भारी बारिश के कारण आपूर्ति श्रृंखला में और रुकावट नहीं आती है, तो इसमें कमी आने की संभावना है।
फिलहाल दिल्ली में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से हो रही टमाटर की आपूर्ति
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 12 जुलाई को दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो एक साल पहले इस समय के दौरान 150 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मुंबई में कीमत 83 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि कोलकाता में यह 80 रुपये प्रति किलोग्राम थी। 12 जुलाई को टमाटर का औसत खुदरा मूल्य 65.21 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि पिछले साल यह 53.36 रुपये प्रति किलोग्राम था। फिलहाल, दिल्ली को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से टमाटर की आपूर्ति हो रही है। जल्द ही आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर के राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने के साथ ही कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सरकार की सब्सिडी पर टमाटर बेचने की कोई योजना नहीं है। पिछले साल सरकार ने यह उपाय किया था। भारत में 283 लाख टन आलू का भंडारण किया गया है, जो पिछले साल की तुलना में कम उत्पादन के बावजूद घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। प्याज की कीमतें भी सितंबर में नई फसल के आने के साथ और कम होने की उम्मीद है।
राजधानी दिल्ली में टमाटर की कीमतों में जल्द कमी आने के आसार, दक्षिणी राज्य बने खेवनहार
43