लक्षद्वीप के कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद हमदुल्ला सईद ने नए ड्रेस कोड के निर्देश पर आंतरिक संस्कृति और जीवनशैली को नष्ट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इसमें हिजाब या स्कार्फ का जिक्र तक नहीं किया गया है। इसके खिलाफ पार्टी द्वीप के विभिन्न क्षेत्रों में सामूहिक विरोध मार्च करेगी। लक्षद्वीप के सांसद और एनसीपी नेता मोहम्मद फैजल ने बताया कि शराब नीति के मसौदे और नये समान पैटर्न के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। उन्होंने कहा कि कानून इस तरह से लागू किया जाता है कि यह द्वीपवासियो द्वारा सदियों से पालन होने वाले रीति-रिवाजों, धार्मिक विश्वासों और पहनावे के पैटर्न को जड़ से खत्म कर देता है। सर्कुलर में दावा किया गया है कि नए पैटर्न को छात्रों, अभिभावकों, जन प्रतिनिधियों से सराहना मिली है। शिक्षा विभाग ने वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए भी उसी पैटर्न को अपनाने का फैसला किया है। शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपलों और एचएम के लिए निर्देश जारी किया है कि सभी छात्र निर्धारित पोशाक में ही स्कूल आएं, इससे एकता और भाईचारे की भावना सुनिश्चित होने के साथ छात्रों में अनुशासन पैदा होगा। इस नए सर्कुलर के तहत कक्षा पांचवीं के छात्रों का ड्रेस कोड हाफ पैंट (चेक) और स्काई ब्लू हाफ शर्ट होगा और लड़कियों के लिए स्कर्ट और स्काई ब्लू शर्ट है। वहीं छठीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों का ड्रेस कोड फुल पैंट और स्काई ब्लू हाफ शर्ट और छात्राओं का नेवी ब्लू स्कर्ट और स्काई ब्लू शर्ट होगा।
लक्षद्वीप प्रशासन के यूनिफॉर्म के नए पैटर्न से कांग्रेस खफा, विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी
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