भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसद रो खन्ना ने माइक वाल्ट्ज की तारीफों के पुल बांधे। कहा कि वह भारत-अमेरिका संबंधों के लिए काफी अच्छे साबित होंगे। बता दें, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर सांसद वाल्ट्ज को नियुक्त किया है। 48 वर्षीय खन्ना और 50 वर्षीय वाल्ट्ज, क्रमशः भारत और भारतीय अमेरिकियों के कॉकस समूह के डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सह-अध्यक्ष हैं। वॉल्ट्ज को अब डोनाल्ड ट्रंप ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर चुना है। यह जानकारी मिलते ही रो खन्ना ने खुशी जताते हुए कहा, ‘मुझे विश्वास है कि वह अमेरिका-भारत संबंधों के लिए बहुत अच्छे साबित होंगे।’ अगले साल 20 जनवरी को ट्रंप संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। उसी के बाद वाल्ट्ज जेक सुलिवन की जगह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बन जाएंगे। खन्ना ने कहा, ‘माइक वाल्ट्ज के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं और उनके साथ काम करना हमेशा अच्छा रहा है। जब हमने 2023 में भारत के स्वतंत्रता दिवस के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, तो हम साथ में भारत गए थे।’
दोनों ने कई मुद्दों पर किया है साथ मिलकर काम
खन्ना और वाल्ट्ज दोनों ने भारत-अमेरिका संबंधों से संबंधित कई प्रमुख मुद्दों पर साथ मिलकर काम किया है। पिछले साल मई में खन्ना और वाल्ट्ज ने तत्कालीन हाउस स्पीकर कैविन मैकार्थी को एक संयुक्त पत्र लिखकर उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी संसद में संयुक्त संबोधन के लिए आमंत्रित करने का अनुरोध किया था। भारत कॉकस के दोनों सह-अध्यक्षों ने कहा था कि इस साझेदारी की नींव लोकतंत्र के प्रति साझा प्रतिबद्धता और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को कायम रखने में निहित है।पिछले साल जनवरी में कॉकस के सह-अध्यक्ष चुने जाने के बाद वाल्ट्ज ने कहा था कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है। उन्होंने कहा था, ‘इसलिए मैं इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में काम करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं ताकि हम यह साझेदारी जारी रख सकें, हमारे दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को मजबूत कर सकें और एशिया और दुनिया भर में लोकतंत्रों की रक्षा कर सकें।’