वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी ऐश बार्टी गुरुवार को पहली बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स के फाइनल में पहुंची। ऑस्ट्रेलिया की ऐश बार्टी का शनिवार को फाइनल में मुकाबला चेक गणराज्य की कारोलिना पिलिसकोवा से होगा। शनिवार को ऐश बार्टी की नजर अपने पहले विंबलडन खिताब पर होगी। वो साल 2019 में फ्रेंच ओपन जीत चुकी हैं। ऑस्ट्रेलिया की ऐश बार्टी का क्रिकेट से खास कनेक्शन है। वो महिला बिग बैश लीग ेमें खेल चुकी हैं।
बार्टी ने 15 साल की उम्र से पेशेवर टेनिस खेल रही हैं। उन्होंने साल 2011 में विंबलडन में डेब्यू किया था। लेकिन साल 2014 में उन्होंने क्रिकेट खेलने के लिए टेनिस से ब्रेक लेने का फैसला लिया था। बार्टी ने 19 साल की उम्र में क्वींसलैंड के साथ ट्रेनिंग शुरू की थी। बाद में महिला बिग बैश लीग में उनके साथ ब्रिस्बेन हीट ने कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। स्बेन हीट के लिए खेले गए नौ मैचों में बार्टी ने 11.33 के औसत से 68 रन बनाए। बार्टी ने विमेंस डबल्स के साथ अपने टेनिस करियर की शुरुआत की थी। गुरुवार को खेले गए सेमीफाइनल में ऐश बार्टी ने गुरुवार को पूर्व चैंपियन एंजेलिक कर्बर को सीधे सेटों में हराकर पहली बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स के फाइनल में प्रवेश किया। बार्टी ने सेमीफाइनल में कर्बर को 6-3, 7-6 (3) से हराया। बार्टी ने 2011 में जूनियर विंबलडन खिताब जीता था लेकिन अस्वस्थ होने के कारण वह लगभग दो साल तक टेनिस से दूर रही थी। पिछले कुछ समय से कूल्हे की चोट से परेशान रही बार्टी ने कहा, ‘मेरे करियर में कई उतार चढ़ाव आए, लेकिन मैंने एक दिन या एक पल के लिए भी अपनी राह नहीं बदली।’
विंबलडन फाइनल में पहली बार पहुंची ऐश बार्टी का क्रिकेट से है खास कनेक्शन
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