भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने गोवा में शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। विधायक का कहना है कि गोवा में शराब पर बैन लगाने से राज्य विकसित होगा। उनका दावा है कि इस प्रतिबंध से राज्य में शराब की वजह से होने वाली मौतों और सड़क दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगाई जा सकेगी। दरअसल, गोवा विधानसभा में राज्य आबकारी विभाग ने अनुदान की मांग की थी। इसके जवाब में भाजपा विधायक परमेंद्र शेट ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
‘शराब पर प्रतिबंध लगाना जरूरी’
उत्तरी गोवा के मायेम विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक ने कहा, ‘विकसित भारत और विकसित गोवा के लिए राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाना जरूरी है। हम गोवा में शराब तैयार कर, इसे अन्य राज्यों में निर्यात कर सकते हैं लेकिन राज्य में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।’ परमेंद्र शेट ने आगे कहा कि राज्य में शराब की बढ़ती खपत की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। इसके अलावा औद्योगिक इकाईयों में भी शराब की वजह से लोगों की मौत हो रही है। भाजपा विधायक ने दावा किया कि राज्य में शराब की बिक्री पर किसी भी तरह का नियंत्रण नहीं है। परमेंद्र शेट ने कहा कि देश में चार राज्य ऐसे हैं, जहां शराब पर प्रतिबंध लगाया गया है और गोवा को भी अब इस सूची में शामिल हो जाना चाहिए। इस बीच, आबकारी विभाग को अनुदान देने के संबंध में पूछे गए कई सवालों का जवाब देने वाले मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, शराब पर प्रतिबंध लगाने के मामले में खामोश ही रहे। विधानसभा परिसर के बाहर आने के बाद भाजपा विधायक परमेंद्र शेट ने कहा कि राज्य में लोगों की जान बचाने के लिए शराब पर प्रतिबंध लगाना जरूरी है। जब भाजपा विधायक से सवाल पूछा गया कि जो लोग राज्य में शराब के व्यवसाय से जुड़े हैं उनका क्या होगा? इसके जवाब में परमेंद्र शेट ने कहा, ‘ऐसे लोगों को अन्य व्यवसायों जुड़ना चाहिए।’ उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि शराब पर प्रतिबंध लगाने से राज्य के पर्यटन उद्योग पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
‘विकसित गोवा के लिए शराब पर प्रतिबंध लगाना जरूरी’, भाजपा विधायक परमेंद्र शेट ने विधानसभा में उठाई मांग
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