महाराष्ट्र में बुधवार को विधानसभा सत्र के दौरान जमकर हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के बयान का मुद्दा उठाया। आरोप है कि राउत ने महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों को ‘चोर’ कहा था। इस मामले को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने राउत के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने दो दिनों के अंदर जांच पूरी करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बता दें कि कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कथित तौर पर “विधिमंडल” (विधायिका) को “चोरमंडल” कहा था। भारतीय जनता पार्टी के नेता आशीष शेलार ने संजय राउत के कथित बयान का मुद्दा विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों को चोर कहा जा रहा है और यह राज्य का अपमान है। एक अन्य भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने भी इस मुद्दे पर राउत पर हमला किया। कहा कि उन्होंने राज्यसभा सदस्य राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है और अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से इसे स्वीकार करने का आग्रह किया है। राउत के बयान के खिलाफ केवल भाजपा ही नहीं, बल्कि उनके सहयोगी दलों के सदस्य भी खड़े हो गए हैं। विपक्ष के नेता अजीत पवार और कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता बालासाहेब थोराट ने भी कहा कि इस तरह की टिप्पणी करना अस्वीकार्य है। पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस, शिवसेना (UBT) की सहयोगी हैं। थोराट ने कहा, ‘वास्तव में क्या कहा गया है, इसकी जांच करने की आवश्यकता है। साथ ही, सभी को सावधान रहना चाहिए कि सदन में क्या कहा जाता है। हमें भी देशद्रोही कहा गया है।’ महाराष्ट्र में विधानसभा के बाहर महाविकास अघाड़ी के विधायकों ने प्रदर्शन किया। विपक्ष के इन विधायकों ने भाजपा सरकार को किसानों और एलपीजी गैस के दामों में हुई बढ़ोतरी को लेकर घेरा। हाथों में तख्ती लेकर विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
‘विधिमंडल’ को ‘चोरमंडल’ कहकर फंसे संजय राउत, स्पीकर ने दिए जांच के आदेश, विधानसभा में भी हंगामा
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