रॉयल चैलेंजर्स बंगलूरू के कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने रविवार को विराट कोहली को आउट देने के फैसले पर असहमति व्यक्त करते हुए कहा कि उनका मानना है कि फुल टॉस गेंद कमर से ऊपर की ऊंचाई पर थी। कोहली कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए तीसरे ओवर में हर्षित राणा की फुल टॉस गेंद पर आउट हुए। इस गेंदबाज ने ही कोहली का कैच लपका। आईपीएल में नो-बॉल को ऊंचाई से मापने वाली ‘हॉक-आई प्रणाली’ लागू है। इसके तहत क्रीज में बल्लेबाज के कमर की ऊंचाई से गेंद की ऊंचाई का आकलन कर नो बॉल का फैसला किया जाता है। डुप्लेसिस ने मैच के बाद कहा, ‘यह निराशाजनक था, लेकिन नियम तो नियम हैं। विराट और मैंने सोचा कि गेंद कमर से ऊंची थी (कोहली के आउट होने के दौरान)। मुझे लगता है कि उन्होंने इसका आकलन पॉपिंग (बल्लेबाजी) क्रीज से किया। इस तरह की स्थिति में एक टीम सोचती है कि यह नो बॉल है तो दूसरी टीम की सोच अलग होती है। कई बार खेल इसी तरह चलता है।’ कोहली शॉट खेलते समय क्रीज से बाहर थे और गेंद उनके कमर से ऊपर थी, लेकिन वह नीचे की तरफ आ रही थी। टीवी अंपायर माइकल गॉफ ने ऊंचाई की जांच की और हॉक-आई ट्रैकिंग के अनुसार, अगर कोहली क्रीज में होते तो गेंद कमर के पास 0.92 मीटर की ऊंचाई से गुजरी होती। इस स्थिति में गेंद कोहली के कमर की ऊंचाई (1.04 मीटर) से नीचे होती। ऐसे में गॉफ ने बॉल ट्रैकिंग के पैमाने पर गेंद की ऊंचाई को कोहली के कमर की ऊंचाई से नीचे पाया और उन्हें आउट करार दिया। कोहली हालांकि इस फैसले से सहमत नहीं दिखे उन्होंने गुस्से जैसी प्रतिक्रिया के साथ मैदानी अंपायर से बात की। मैदान से बाहर निकलने के बाद भी उनके चेहरे पर निराशा देखी जा सकती थी। कोहली के आउट होने को लेकर सोशल मीडिया पर मिक्स्ड रिएक्शन देखने मिले हैं। कुछ फैंस का कहना है कि अंपायर ने गलत फैसला दिया है और कोहली नॉटआउट थे, जबकि कुछ यूजर्स का कहना है कि कोहली क्रीज से बाहर निकल चुके थे इसलिए अंपायर का फैसला सही है। हालांकि, कमेंट्री के दौरान कमेंटेटरों ने भी कहा कि कोहली क्रीज से थोड़ा आगे थे।
‘विराट और मुझे लगा कि गेंद कमर से ऊंची है’, कप्तान डुप्लेसिस ने कोहली के आउट होने को बताया निराशाजनक
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