पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए श्रद्धालुओं के एक जत्थे में शामिल 47 श्रद्धालुओं को पासपोर्ट में त्रुटि पाए जाने की वजह से अयोध्या जाने से रोक दिया गया। खुफिया विभाग की जांच में एक श्रद्धालु के पासपोर्ट में अंतर पाए जाने के बाद उन्हें अयोध्या नहीं जाने दिया गया। ऐसे में वह रामलला के दर्शन नहीं कर सके। पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं के जत्थे ने शुक्रवार को रामलला के दर्शन किए थे। श्रद्धालुओं का एक जत्था प्रयागराज में ही रोक लिया गया था, आखिरकार इस जत्थे को प्रयागराज से अयोध्या नहीं आने दिया गया। जिसके चलते जत्थे में शामिल 47 श्रद्धालु रामलला के दर्शन नहीं कर पाए। बताया गया कि एक श्रद्धालु के वीजा में तकनीकी त्रुटि के चलते पूरे जत्थे को रोक दिया गया। अयोध्या सिंधी समाज के प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने बताया कि 47 श्रद्धालुओं के जत्थे को प्रयागराज में ही रोक दिया गया। जत्थे में शामिल एक श्रद्धालु अजीत कुमार के वीजा में पिता का नाम गलत मुद्रित है, जबकि पासपोर्ट में सही है। इसी तकनीकी दिक्कत के चलते पूरे जत्थे को रोक दिया गया था। उन्हें अयोध्या आने की अनुमति नहीं दी गई, जिसके चलते श्रद्धालु प्रयागराज से हरिद्वार चले गए। अयोध्या आकर रामलला के दर्शन न कर पाने का श्रद्धालुओं को मलाल था। सिंध प्रांत के जरवार गांव के श्रद्धालु ओमप्रकाश ने अमर उजाला को बताया कि जब पाकिस्तान से निकले थे तब मन में यह खुशी थी कि रामलला के दर्शन मिलेंगे, लेकिन उनके दर्शन नसीब नहीं हो सके। सिंध प्रांत के ही अजीत खत्री भी दुखी थे, कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में सुना था। जब इस तीर्थयात्रा में शामिल होने का मौका मिला और पता चला कि यात्रा का एक पड़ाव अयोध्या भी होगा तब बेहद खुशी हुई थी, लेकिन इच्छा अधूरी रह गई। सागर कुमार ने कहा कि पासपोर्ट व वीजा की प्रक्रिया काफी जटिल है। एक छोटी सी चूक के चलते हम सभी श्रद्धालु अयोध्या नहीं जा सके। यहां खुफिया विभाग की जांच में एक श्रद्धालु के वीजा में गड़बड़ी की बात सामने आई थी।
वीजा में गड़बड़ी से 47 पाकिस्तानी नहीं कर सके रामलला के दर्शन, प्रयागराज में ही रोक लिया गया
16