बिग बॉस 13 अभिनेत्री शहनाज गिल ने आध्यात्मिक गुरु बीके शिवानी से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान आध्यात्मिक, भावनात्मक कल्याण, व्यक्तिगत विकास पर चर्चा की। शहनाज गिल का मानना है कि इस चर्चा ने शहनाज के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। इससे शहनाज को अपने दैनिक जीवन में भी गहरा प्रभाव दिख रहा है। ‘थैंक यू फॉर कमिंग’ पॉडकास्ट में शहनाज गिल से बातचीत के दौरान बीके शिवानी ने बताया, जब कोई व्यक्ति सकारात्मक भावना के साथ अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करता है तो उनको वो लक्ष्य जरूर प्राप्त होता है। सकारात्मक चीजों के साथ जुड़ने को लेकर बीके शिवानी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई तरह के कंटेंट हैं। हमारे पास हद से ज्यादा जानकारी पहुंच रही है। हमें अपने लिए भी कुछ समय निकालना चाहिए। इस दौरान हमें सकारात्मक चीजों पढ़ना, सुनना और देखना चाहिए। इससे हम आध्यात्मिक और सकारात्मक महसूस कर सकेंगे।
छात्र-शिक्षक संबंध को लेकर भी की बात
पॉडकास्ट के दौरान बीके शिवानी ने एक शिक्षक और छात्र के बीच मजबूत बॉन्डिंग रखे जाने को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि जब कोई छात्र हमसे जुड़ता है और शिक्षक उन्हें सकारात्मकता से चीजें समझाता है इससे वह शिक्षक से और अधिक जुड़ना चाहता है। पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान बीके शिवानी ने कहा कि हमें अपनी तारीफ और आलोचना को समान रूप से देखना चाहिए। हालांकि इस दौरान हमें अहंकार की लड़ाई में फंसने से बचने के लिए, जिससे अधिक भावनात्मक स्थिरता प्राप्त हो सकती है। ब्रह्म मुहूर्त में उठना भारतीय सभ्यता की निशानी है। हालांकि बदलती जीवनशैली के कारण अब परिवर्तन हो रहे हैं. इसके बारे में बात करते हुए बीके शिवानी ने कहा कि ध्यान लगाने के लिए यह बहुत ही अच्छा समय होता है। इस दौरान ध्यान लगाने से क्रिएटिविटी, भावनात्मक क्षमता बढ़ाने के साथ हमें ऊर्जावान महसूस होता है। बीके शिवानी ने अपनी बातचीत के दौरान आहार को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि अगर हम मांसाहारी खाना खाते हैं तो हमें दर्द की अनुभूति होती है। यदि किसी को केवल उस स्वाद को पाने के लिए या यहां तक कि स्वास्थ्य लाभ के लिए भी मरना पड़े तो यह स्वस्थ नहीं है।