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शून्य पर मंथन कर रही कांग्रेस, पार्टी को फिर खड़ी होने के लिए शुरू की ये कवायद

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दिल्ली विधानसभा चुनावों में तीन बार लगातार शून्य पर आउट हो रही कांग्रेस एक बार फिर अपनी वापसी की संभावनाओं पर विचार कर रही है। पार्टी नेता निचले स्तर से पार्टी कार्यकर्ताओं से राय-मशविरा कर उन कारणों पर भी विचार कर रहे हैं जिसके कारण उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस समीक्षा के साथ ही पार्टी दिल्ली में फिर से उठने के लिए नई रणनीति बनाने में भी जुट गई है। दरअसल, बुधवार को दिल्ली प्रदेश के सभी बड़े नेता एक बार फिर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर जुटे और हार के कारणों पर मंथन किया। इसमें पार्टी की रणनीतिक चूक के साथ-साथ मतदाताओं की प्राथमिकताओं पर भी चर्चा की गई। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव के साथ अन्य वरिष्ठ नेताओं की इस बैठक में नेताओं ने माना कि जनता कांग्रेस को एक बार फिर अवसर देने के मूड में थी, लेकिन पार्टी की रणनीतिक चूक के कारण उसे जनता का यह  साथ नहीं मिल पाया। दिल्ली कांग्रेस के एक नेता ने अमर उजाला को बताया कि उन सबका मानना था कि जनता के बीच उनको लेकर कोई नाराजगी नहीं है। उलटे लोग केजरीवाल के कुशासन को देखकर अब शीला दीक्षित के शासन को याद करते हैं और कांग्रेस की वापसी चाहते हैं, लेकिन यह साफ था जनता ने उन्हें जीत का कमजोर दावेदार देखकर भाजपा पर दांव लगा दिया। नेता के अनुसार, सभी नेताओं ने माना कि यदि कांग्रेस अपनी बेसिक कमजोरी दूर कर मजबूती के साथ तैयारी करे तो उसे सफलता मिल सकती है। नेता के अनुसार, दिल्ली चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस को वोट मिले हैं, वे यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि यदि कांग्रेस अपने को मजबूत दावेदार के रूप में पेश करे और जनता को इस बात का भरोसा दिला सके तो उसकी वापसी हो सकती है। कांग्रेस अब इसी फॉर्मूले को अपनी वापसी का आधार बनाएगी।

ब्लॉक-जिला स्तर की बैठकों के साथ तैयारी
नेता के मुताबिक, अब पार्टी एमसीडी नगर निगम चुनाव को अपना लक्ष्य बनाकर तैयारी शुरू करेगी। इसके लिए निचले स्तर पर कार्यकर्ता तैयार करने की कोशिश की जाएगी। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बुधवार की बैठक के बाद कहा कि मासिक ब्लॉक और जिला कांग्रेस कमेटी की बैठकें फिर से शुरू होने से राजधानी में जमीनी स्तर पर पार्टी को पुनर्जीवित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के कारण पिछले कुछ महीनों से ये बैठकें नहीं हो पाई थीं, लेकिन जब ये बैठकें फिर से शुरू हुईं तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही। देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली में भाजपा सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा न करने और विकास कार्यों को फिर से शुरू करने में असफल रहने पर कांग्रेस जनता की आवाज बुलंद करेगी। कांग्रेस सरकार ने 15 साल के शासनकाल में दिल्ली को दुनिया के बेहतरीन शहरों में शामिल करने के लिए जो विकास कार्य किए थे, उन्हें केजरीवाल सरकार के 11 वर्षों के कुशासन ने नष्ट कर दिया है। अब लोग भाजपा सरकार से राजधानी की पुरानी प्रतिष्ठा बहाल करने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसे दिल्ली कांग्रेस बारीकी से मॉनिटर करेगी।