मुंबई, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारी निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वझे को बृहस्पतिवार को चिकित्सकीय जांच के लिए सरकारी जेजे अस्पताल ले गए। दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक एसयूवी से जिलेटिन की छड़ें बरामद होने और फिर गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद वझे (49) एनआईए की जांच के घेरे में आए। वझे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि एनआईए वझे को बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12 बजे अस्पताल ले गई। अस्पताल से जुड़े़ एक सूत्र ने बताया कि वझे की चिकित्सकीय जांच की गई और उन्हें वापस भेज दिया गया। सूत्र ने कहा, ‘संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट दे दी गई है।’ गिरफ्तार किए जाने के बाद दूसरी बार वझे को चिकित्सकीय जांच के लिए जेजे अस्पताल लाया गया। वझे ने बुधवार को एक पत्र में दावा किया है कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस में उनकी सेवाएं जारी रखने के लिए उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की थी। वझे ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य मंत्री परब ने उनसे मुंबई के कुछ ठेकेदारों से पैसे एकत्र करने को कहा था। शिवसेना नेता परब ने वझे के दावे को खारिज कर दिया है। बंबई उच्च न्यायालय ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों की सीबीआई जांच का निर्देश दिया है। ये आरोप मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने लगाये थे। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सोमवार को देशमुख ने राज्य के गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सचिन वझे फिर पहुंचे जेजे अस्पताल, जांच के बाद NIA के साथ लौटे वापस
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