पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले किसान आंदोलन भी सूबे में बड़ा मुद्दा बन गया है। इस बीच अकाली दल ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले पंजाब के लोगों के परिवारों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पिछले 7 महीनों से पंजाब और अन्य राज्यों के किसान अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए दिल्ली की सीमा पर बैठे हैं। ऐसी भीषण गर्मी और उससे पहले सर्दी में संघर्ष करते हुए तमाम किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। करीब 500 से ज्यादा लोग किसान आंदोलन के दौरान जान गंवा चुके हैं। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यदि किसानों की हितैषी हमारी अकाली दल और बीएसपी की सरकारी आती है तो पहली कैबिनेट मीटिंग में ही हम आंदोलन में शहीद किसानों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और अन्य तमाम सुविधाएं दी जाएंगी। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि किसान जो लड़ाई दिल्ली की सीमा पर लड़ रहे हैं, वह हम सभी की है। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा पूरे परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस कराया जाएगा। यही नहीं उनके बच्चों और पोते-पोतियों को पोस्ट ग्रेजुएशन तक की शिक्षा मुफ्त में दी जाएगी। अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी कर सुखबीर सिंह बादल ने किसानों को संदेश दिया है कि यदि 2022 में शिअद-बसपा की सरकार आती है तो आंदोलन में शहीद हुए किसान के परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी व उनके बच्चे और पोते पोतियों को स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा बादल ने ऐलान किया कि शहीद किसान के हर परिवार को सरकार स्वास्थ्य बीमा लाभ भी देगी। बादल ने राज्य में लगाए जा रहे पावर कट को लेकर भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अकाली सरकार के समय में लोगों को 24 घंटे बिजली मुहैया करवाई जाती थी, जबकि ऐसा करने में कैप्टन सरकार विफल रही है।
सरकार बनी तो किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों के परिवार में एक सरकारी नौकरी और सुविधाएं, अकाली दल का वादा
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