खुद को निर्देशक-निर्माता बताकर वेबसीरीज और टीवी सीरियल में अभिनय का मौका देने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी अनुज कुमार ओझा बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है। ओझा के पास से अपराध में प्रयुक्त दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले आरोपी ने ‘आव्या’ के नाम से एक प्रोडक्शन कंपनी पंजीकृत कराई थी। इसके जरिए वह कथित तौर पर वेब सीरीज, धारावाहिकों और विज्ञापनों में अभिनय के विज्ञापन अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर लगाकर युवाओं को लुभाता था। जब युवा उसके झांसे में आ जाते थे तो वह उन्हें अपना शिकार बनाता था। अधिकारियों ने यह भी बताया कि आरोपी पंचकुला में एक मामले में भी वांछित था। पंचकुला का मामला ‘छोटी सरदारनी’ नामक धारावाहिक में एक महिला को रोल का झांसा देकर ठगी करने से जुड़ा था। इस मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस को अक्तूबर में नरेला के एक निवासी द्वारा आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद मिली थी। पुलिस ने कहा कि पीड़ित बताया था कि उसने एक पेड ब्रांड शूट के बारे में ओझा की इंस्टाग्राम स्टोरी देखने के बाद उससे संपर्क किया था। इसके बाद आरोपी ने कथित तौर पर उससे शूटिंग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करवाए और भुगतान के रूप में 75,000 रुपये भी मांगे। भुगतान करने के बाद ओझा ने कहा कि उनका एडवांस राशि दो दिनों में उनके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी। इसके बाद ओझा ने प्रोफाइल अपडेट करने और इनकम टैक्स जैसे कई बहानों से पीड़िता से और पैसे मांगे। इस तरह उसने पीड़िता से कुल मिलाकर 4,43,142 रुपये की ठगी की। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आगे बताया कि पीड़िता को धोखा देने के बाद आरोपी अनुज ओझा कथित तौर पर दुबई भी गया। जहां उसने ठगी से ऐंठी गई रकम में से एक बड़ा हिस्सा खर्च किया। पुलिस ने बताया कि जांच के क्रम में इंस्टाग्राम से भी उसके बारे में जानकारी मांगी गई थी, जिसके जरिए आरोपी कथित रूप से युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए प्रेरित करता था। इसके अलावा उसकी कॉल डिटेल और मनी ट्रेल की भी जांच की गई।
ओझा लगातार बदलता था ठिकाना
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ओझा इतना चालाक था कि वह लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा। बावजूद इसके पुलिस उसके पीछे लगी रही। इस मामले में बीती छह फरवरी को हमारी टीम को एक गुप्त सूचना मिली कि ओझा तुलसी एक्सप्रेस में सवार होकर भोपाल जा रहा है। इसके बाद, एक टीम को भोपाल भेजा गया, जहां पुलिस ने आरोपी अनुज ओझा को इंदौर भागने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी को एक नोटिस देकर जांच में सहयोग भी मांगा गया था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। पुलिस ने बताया कि इससे पहले 2019 के एक मामले में आरोपी अनुज ओझा को तीन महीने के लिए गोरखपुर में जेल भेजा गया था। उन्होंने कहा कि उसके नाम पर कई मामले और शिकायतें दर्ज की गई हैं।