यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का लीक हुआ प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बहाने लोगों को ठगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी शनिवार को एसटीएफ की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई। आरोपी की पहचान अनिरुद्ध मोदनलाल के रूप में हुई है। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मोदनलाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक चैनल संचालित कर रहा था, जहां वह उम्मीदवारों को चल रही पुलिस भर्ती परीक्षा का लीक हुआ प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बहाने उनसे पैसे वसूलता था। अधिकारियों ने कहा कि मोदनलाल रैकेट के मास्टरमाइंड अभय कुमार श्रीवास्तव के संपर्क में था। श्रीवास्तव के निर्देश पर उसने टेलीग्राफ पर एक चैनल बनाया और उम्मीदवारों से भर्ती परीक्षा के लिए लीक हुए प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के लिए 1 लाख रुपये लिए। मोदनलाल ने उम्मीदवारों द्वारा अपने खाते में जमा किए गए पैसे निकाल लिए और एक नकली प्रश्नपत्र साझा किया। चल रही भर्ती परीक्षा के मद्देनजर पहले से ही सतर्क एसटीएफ अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राज्य के 67 जिलों में 1,174 केंद्रों पर यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए लाखों अभ्यर्थी उपस्थित हुए। पांच दिवसीय अभ्यास का यह दूसरा दिन था। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि पांचों दिनों में से प्रत्येक दिन लगभग 9.5 लाख अभ्यर्थियों के परीक्षा में शामिल होने की उम्मीद है। सरकार ने अनुचित साधनों के इस्तेमाल को रोकने के लिए हर केंद्र पर कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अनुसार, परीक्षा पांच दिनों यानी 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। 60,000 से अधिक पदों को भरने के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन 17 और 18 फरवरी को किया गया था। पेपर लीक के आरोपों के बाद इसे रद्द करना पड़ा, जिसका अब पुनःआयोजन हो रहा है।
पहले दिन इतने अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा