भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने भारत के खिलाफ चल रही मौजूदा टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए चुनी गई टीम के लिए चयनकर्ताओं को लताड़ा है। गावस्कर का मानना है कि चयनकर्ताओं को टीम में चोटिल खिलाड़ियों को चुनने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए। भारतीय टीम सीरीज में फिलहाल 2-1 से आगे है। चौथा टेस्ट मैच नौ मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा। गावस्कर ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि अगर उनकी टीम अंतिम मैच जीतकर सीरीज में बराबरी कर लेती है, उसके बाद भी चयनकर्ताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ”ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म पर टीम के खिलाड़ियों पर भड़ास निकाल रहे हैं, जबकि उन्हें अपनी टीम के चयनकर्ताओं से सवाल पूछने चाहिए।”
गावस्कर ने कहा, ”चयनकर्ता उन तीन खिलाड़ियों (हेजलवुड, स्टार्क और कैमरून ग्रीन) को कैसे चुन सकते हैं, जिनके बारे में पता था कि वह पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाएंगे? आधी सीरीज के लिए टीम मैनेजमेंट के पास चुनने के लिए सिर्फ 13 खिलाड़ी ही थे। उसके बाद उन्होंने एक नए खिलाड़ी (मैथ्यू कुहनेमैन) को टीम में चुना, जबकि उनके जैसा खिलाड़ी पहले से ही टीम में था। अगर उन्हें नहीं लगता था कि टीम का खिलाड़ी काफी अच्छा है, तो उन्होंने उसे पहले स्थान पर क्यों चुना? कुल मिलाकर टीम प्रबंधन के पास चुनने के लिए 12 खिलाड़ी ही थे। अगर उन्हें जिम्मेदारी का जरा भी अहसास है तो चयनकर्ताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए।” भारतीय टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है। उसने नागपुर में पहला टेस्ट पारी और 132 रन से अपने नाम किया था। उसके बाद दिल्ली टेस्ट को उसने छह विकेट से अपने नाम कर लिया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंदौर में वापसी की। उसने तीसरे टेस्ट को नौ विकेट से जीतकर सीरीज में वापसी की। भारत के लिए चौथा टेस्ट जीतना काफी जरूरी है। अगर उसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना है तो इस टेस्ट को जीतना होगा। अगर टीम इंडिया यह मैच हारती है तो फिर उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रीलंका के हार की दुआ करनी होगी।