तृणमूल कांग्रेस के एक नेता कुणाल घोष ने सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता के नई दिल्ली स्थित घर में जबरन घुसने की कोशिश की है। मंगलवार को सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया से बिना पूर्व अनुमति लिए उनके घर में घुसने की नाकाम कोशिश करने के बाद टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि ‘वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मुझे अंदर नहीं जाने दिया और मुझसे कहा कि बिना अपॉइंटमेंट के मैं अंदर नहीं जा सकता हूं। यही प्रक्रिया है। तो फिर आखिर शुभेंदु अधिकारी हथियारबंद सुरक्षा गार्ड्स के साथ उनके आवास में कैसे घुस सकते हैं, वो भी तब जब वो सीबीआई के एक केस में आरोपित हैं। इसका मतलब है कि उन्होंने पहले से अनुमति ले रखी थी। इससे यह बात साबित होती है कि उन्होंने अपने ऊपर चल रहे मामले को प्रभावित करने की कोशिश की है।’
सुवेंदु अधिकारी नारदा केस में है आरोपी
पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी साल 2016 के चर्चित नारदा स्टिंग टेप केस में आरोपी हैं। इस मामले की जांच अभी सीबीआई कर रही है। तुषार मेहता इस केस में सीबीआई का प्रतिनिधित्व कोलकाता हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में कर रहे हैं। नारदा केस के प्रमुख आरोपी ने कई करोड़ रुपए के इस स्कैम में शुभेंदु अधिकारी पर पैसे लेने का आरोप लगाया है, हालांकि सुवेंदु अधिकारी अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते रहे हैं।
तुषार मेहता के घर गए थे सुवेंदु अधिकारी
इससे पहले यह खबर आई थी कि शुभेंदु अधिकारी, तुषार मेहता के घर गए थे। जिसके बाद तुषार मेहता ने शुभेंदु अधिकारी के उनके घर पर आने को लेकर ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ को जानकारी दी थी कि ‘शुभेंदु अधिकारी बिना पहले से जानकारी दिये मेरे घर पर दोपहर करीब 3 बजे आए थे। उस वक्त मैं अपने चैंबर में पहले से तय एक बैठक में मौजूद था। मेरे स्टाफ ने उनसे मेरे वेटिंग रूम में बैठने के लिए कहा तथा उन्हें चाय के लिए भी पूछा था। जब मेरी बैठक खत्म हो गई तब मेरे कर्मचारियों ने मुझे उनके आने के बारे में सूचना दी थी। मैंने अपने कर्मचारियों से कहा कि वो शुभेंदु अधिकारी को यह सम्मानपूर्वक बता दें कि मैं अभी उनसे नहीं मिल सकता और मैंने इंतजार करने के लिए उनसे क्षमा भी मांगा था।’
TMC ने तुषार मेहता को घेरा है
ऑफ इंडिया के इन दावों के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने मांग की थी कि एसजी की तरफ से इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि उनके दावों की सच्चाई का पता चल सके। इस मामले में टीएमसी की तरफ से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत भेजा गया था और तुषार मेहता पर दुराचार का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की गई थी। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर तुषार मेहता को भारत के सॉलिसिटर जनरल के पद से हटाने की मांग की। मुलाकात के बाद टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि हमने अभी हाल ही में राष्ट्रपति से मुलाकात की है। हमने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के ऑफिस से संबंधित बड़ी अनीति के मामले में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है।
सॉलिसिटर जनरल के घर में TMC नेता ने की जबरन घुसने की कोशिश, बोले- बिना अपॉइंटमेंट मैंं नहीं जा सकता तो फिर शुभेंदु कैसे गए?
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