देश में साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं। लोगों को ठगने के लिए अपराधी नए-नए पैंतरे आजमाते रहते हैं। कभी निवेश में मुनाफा देने की बात कह कर तो कभी लिंक भेजकर मासूम लोगों को ठगी का शिकार बना लिया जाता है। अब ठगी का एक और नया तरीका सामने आया है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, चेन्नई की एक महिला ने बताया है कि उसे एक स्कैम कॉल आई थी, जिसमें दावा किया गया कि उसका आधार नंबर का इस्तेमाल थाईलैंड में ड्रग्स भेजने के लिए किया जा रहा है। इतना ही नहीं, मार्केटिंग में काम करने वाली महिला ने यह भी बताया कि गुरुग्राम में रहने वाले दो व्यक्तियों के साथ इसी तरह से फोन करके करीब दो करोड़ रुपये की ठगी की गई है। लावण्या मोहन नाम की महिला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि किस तरह एक शख्स ने खुद को डिलीवरी सेवा फेडेक्स का ग्राहक सेवा कार्यकारी बताकर उनसे बातचीत की और दावा किया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल ड्रग्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘दो हफ्ते पहले, गुरुग्राम के एक व्यक्ति से 56 लाख और दूसरे से 1.3 करोड़ रुपये ठगने की खबर सामने आई थी। जिस तरग से उन्हें ठगी का शिकार बनाया गया था, उसी तरह का फोन मेरे पास भी आया। फेडेक्स का एक कस्टमर केयर अधिकारी आपको फोन करेगा और कहेगा कि ड्रग्स के साथ पैकेज थाईलैंड भेजने के लिए आपके आधार कार्ड का दुरुपयोग किया जा रहा है।’
ऐसे होगी धोखाधड़ी
लावण्या ने कहा, फोन पर बातचीत ऐसे की जाएगी कि आपको सच में लगेगा कि कोई सही बोल रहा है। फोन करने वाले शख्स ने एक नकली पैकेज के बारे में जानकारी दी। साथ ही एक एफआईआर नंबर भी बताया। वहीं, अपनी पहचान के लिए फेडेक्स की कर्मचारी आईडी दी। इसके बाद फोन करने वाले ने समस्या को सुलझाने के लिए उन्हें एक कस्टम अधिकारी से संपर्क करने की बात कही। उन्होंने आगे कहा, ‘कर्मचारी ने कहा कि मैम अगर आप शिकायत पर आगे कार्रवाई नहीं करेंगी तो आपके आधार का दुरुपयोग जारी रहेगा, इसलिए मुझे तुरंत आपको साइबर क्राइम ब्रांच से बात करने की अनुमति दें। धमकी भरे नतीजे + जल्दबादी = घोटाला, मतलब साफ था कि घोखाधड़ी की जा रही है।’ लावण्या मोहन ने कहा कि फोन करने वाले ने उन्हें बढ़ते धोखाधड़ी को लेकर भी चेतावनी दी और पुलिस से संपर्क करके इस मुद्दे पर तुरंत मदद करने की पेशकश की। उन्होंने कहा, ‘मुझे जिस तरह से जानकारी दी गई थी, काफी चिताजनक है। मोडस ऑपरेंडी यह है कि वे आपको पुलिस से जोड़ते हैं और दावा करते हैं कि आपकी आईडी अंडरवर्ल्ड से जुड़ी हुई है। लोग अपनी मेहनत की कमाई खो रहे हैं और उन्हें दोष नहीं दिया जा सकता क्योंकि ये घोटाले काफी सफाई से किए जाते हैं।’ लोगों को इस तरह की धोखाधड़ी से सतर्क करते हुए मोहन ने कहा कि इस तरह के मामले में बहुत कम होगा कि कोई डिलीवरी सेवा आपसे संपर्क करे। अगर ऐसा सच में होगा तो पुलिस आपको व्यक्तिगत रूप से जानकारी देगी। उन्होंने कहा, ‘वैसे मैंने धोखेबाज से कह दिया कि मैं पुलिस का इंतजार करूंगी कि वह आकर मुझे जानकारी दें और फोन काट दिया।’
‘हैलो! आपका आधार ड्रग्स के लिए…’, अगर ऐसा फोन आए तो हो जाइए चौंकन्ना, नहीं तो हो जाएंगे ठगी का शिकार
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