भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने उम्मीद जताई है कि दोनों देशों में द्विपक्षीय व्यापार 2030 से पहले ही 100 अरब डॉलर यानी करीब 8.3 लाख करोड़ रुपये के पार हो जाएगा। पीएम मोदी की दो दिवसीय यात्रा के दौरान राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ महत्वपूर्ण आर्थिक समझौतों पर हस्ताक्षर के बाद जारी साझा बयान में यह उम्मीद जताई गई। दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में हासिल उपलब्धियों से संतुष्टि जताई है। दोनों नेताओं ने सहयोग के नए क्षेत्र तलाशने के लिए मजबूत आर्थिक और वाणिज्यिक साझेदारी पर मुहर लगाई। वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है। दोनों देशों ने 2030 तक 100 अरब डॉलर व्यापार का लक्ष्य तय किया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह लक्ष्य काफी पहले हासिल करने में कामयाबी मिल जाएगी। पीएम मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच व्यापक वार्ता के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी किया। दोनों शीर्ष नेताओं ने मजबूत आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों का समर्थन करने की बात कही। दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में बढ़कर 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति ने ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। इसमें तेल, गैस और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल हैं। बता दें कि हाल ही में एडीएनओसी गैस और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के बीच दो नए दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए हैं।
‘100 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार की उम्मीद’; भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है यूएई
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