महाराष्ट्र में मुंबई पुलिस बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले की जांच कर रही है। जांच में उन्हें मालूम चला कि गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने उनकी (बाबा सिद्दीकी) हत्या के लिए 50 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में भुगतान में असहमति और राकांपा नेता के दबदबे को देखकर वे पीछे हट गए। अधिकारी ने बताया कि राकांपा नेता की हत्या में शामिल लोगों को साजो-सामान और अन्य सहायता प्रदान की गई थी। सिटी पुलिस क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी के साथ इस मामले में अबतक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पांचों आरोपियों की पहचान नितिन गौतम सप्रे, संभाजी किसन पारधी, प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे, चेतन दिलीप पारधी और राम फूलचंद कनौजिया के तौर पर की गई है। सप्रे डोंबिवली का तो पारधी और थोम्ब्रे ठाणे के अंबरनाथ और कनौजिया पनवेल का रहने वाला है। जांच के दौरान पुलिस को मालूम चला कि राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए सप्रे ने मध्यस्थ से 50 लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बात नहीं बनी। भुगतान में असहमति के कारण वह पीछे हट गया। सप्रे यह जानता था कि बाबा सिद्दीकी एक मशहूर नेता हैं। उनकी हत्या का मतलब है बहुत बड़ा विवाद होना। इससे उसकी मॉड्यूल के लिए समस्या पैदा हो जाएगी। इसलिए उसने आगे न बढ़ने का फैसला किया।
तीन आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी
एक अधिकारी ने बताया, आरोपी शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए तैयार हो गए। जांचकर्ता को मालूम चला कि मॉड्यूल का नेतृत्व करने वाला सप्रे गोली चलने तक साजिशकर्ता शुभम लोनकर और मास्टरमाइंड जीशान अख्तर के संपर्क में था। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि शुभम और अख्तर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से आए थे या नहीं। इससे पहले पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। बता दें कि बाबा सिद्दीकी की 12 अक्तूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम, शुभम लोनकर और मोहम्मद जीशान अख्तर फिलहाल फरार है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए मांगे गए थे 50 लाख, पर…’, गिरफ्तार आरोपियों को लेकर बड़ा खुलासा
4