अब से ठीक एक महीने बाद आईपीएल 2021 का दूसरा चरण यूएई में खेला जाएगा। लेकिन इसके शुरू होने से पहले कई आईपीएल टीमें अपने खिलाडियों को लेकर चिंतित हैं। आईपीएल के दौरान इंटरनेशनल मैचों की व्यस्तता के कारण ऐसी स्थिति आ गई है। अब बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) ने कथित तौर पर फ्रेंचाइजी के लिए टीम की लिस्ट जमा करने की समय सीमा 20 अगस्त निर्धारित की है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। इससे पहले इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आईपीएल के दूसरे चरण में खेलने के लिए अपने खिलाड़ियों को मंजूरी दे दी है, लेकिन अंतिम निर्णय अभी भी खिलाड़ियों को ही लेना है।
न्यूज वेबसाइट ‘इनसाइड स्पोर्ट’ को एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, ‘हमें 20 अगस्त तक टीम भेजनी है लेकिन मैं पुष्टि नहीं कर सकता कि सभी विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध होंगे या नहीं। हम अभी भी कुछ खिलाड़ियों से बातचीत कर रहे हैं। अच्छी बात ये है कि टी-20 वर्ल्ड कप यूएई में होगा और इससे हमें विश्वास है कि सभी खिलाड़ी उपलब्ध होंगे लेकिन हम अभी भी कुछ खिलाड़ियों के कन्फर्म होने का इंतजार कर रहे हैं।’ एक और फ्रेंचाइजी ने कहा, ‘हां, आधिकारिक तौर पर जवाब देने में बीसीसीआई की देरी ने अंतिम समय में थोड़ी परेशानी हुई। हम खबरों में खिलाड़ियों की उपलब्धता के बारे में सुनते रहे लेकिन बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर अगस्त में ही इसकी पुष्टि की। इसीलिए हमारे लिए 20 अगस्त की डेडलाइन थोड़ी जल्दी है। लेकिन अगर यही नियम है, तो हम इसका पालन करेंगे।’
कुछ ही महीनों बाद होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप भी यूएई में ही होना है, ऐसे में टीमों को लगता है कि खिलाड़ी वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से भी आईपीएल में हिस्सा ले सकते हैं। अगर आईपीएल टीमों की बात करें तो चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) एकमात्र ऐसी टीम है जिसके पास उसके सभी खिलाड़ी उपलब्ध हैं। संजू सैमसन की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले बेन स्टोक्स ने मानसिक स्वास्थ्य के कारण क्रिकेट से अनिश्चित काल के लिए ब्रेक ले लिया है, इसके बाद तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर भी चोटिल हैं। यहां तक कि सलामी बल्लेबाज जोस बटलर के टीम से जुड़ने पर भी संशय बना हुआ है। चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना क्वारंटीन खत्म कर लिया है और अब वे प्रैक्टिस सेशन में भी भाग ले सकते हैं।