देश के 41 शहरों में 2021-22 के दौरान मकानों की कीमतों में तेजी से बढ़ी हैं। वहीं, 5 शहरों में आवासीय संपत्तियों के दाम में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 4 शहरों में कीमतें स्थिर रही हैं। नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) के आंकड़ों के मुताबिक, प्रमुख आठ शहरों में अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 13.8% दाम बढ़े हैं। हैदराबाद में 11%, चेन्नई में 7.7 फीसदी, दिल्ली में 3.2 फीसदी, कोलकाता में 2.6 फीसदी, मुंबई में 1.9% और पुणे में 0.9 फीसदी कीमतें बढ़ी हैं। हालांकि, नवी मुंबई में मकानों की कीमतों में 5.9 फीसदी की कमी आई है। तिमाही आधार पर 50 शहरों के इंडेक्स में जनवरी-मार्च, 2022 में कीमतें 2.6 फीसदी बढ़ी हैं। इंडेक्स के अनुसार, तिमाही आधार पर जून, 2021 से रुझानों में तेजी बनी है। कोरोना के बाद से आवासीय बाजार में सुधार हो रहा है। निर्माणाधीन और तैयार घर जो नहीं बिक पाए हैं, उनकी भी कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। मार्च, 2022 की तिमाही में इनके दाम 4.8 फीसदी बढ़े, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इनमें एक फीसदी की तेजी आई थी। कीमतों में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव है। जैसे भुवनेश्वर में कीमतें 23.9% तक बढीं, जबकि इंदौर में 10.8% तक की गिरावट रही। 50 शहरों के इंडेक्स में जनवरी-मार्च, 2022 की तिमाही में 1.9% का बदलाव हुआ। उसके पहले की तिमाही में 0.9% का बदलाव हुआ था। आगे भी कीमतों में तेजी रहेंगी। कारण यह है कि लोग खुद का घर देख रहे हैं। साथ ही निर्माण की लागत भी बढ़ रही है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी से जून के बीच मकानों की बिक्री 60% बढ़ी है। नए मकानों के निर्माण में भी 56% की तेजी आई है।
41 शहरों में बढ़ीं मकान की कीमतें, पांच शहरों में घटीं, मुंबई में मकानों की कीमतों में आई कमी
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