भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने शनिवार को बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के तीसरे और अंतिम टी20 मैच में शतक लगाया। यह उनके टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक रहा। इसकी बदौलत भारत ने टी20 अंतरराष्ट्रीय का अपना सबसे बड़ा स्कोर (297/6) खड़ा किया। सैमसन ने 47 गेंद में 111 रन की पारी खेली। उन्होंने पूरी पारी के दौरान कभी भी अपने स्ट्राइक रेट को कम करने की कोशिश नहीं की और लगातार रिस्क लेकर शॉट लगाते रहे। मैच के बाद कप्तान सूर्यकुमार ने उनसे पूछा कि 90 रन बना लेने के बाद रिस्क लेने का क्या मतलब है। इस पर सैमसन ने कुछ ऐसा जवाब दिया, जिसे सुनकर कप्तान हैरान रह गए।
मैच के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में सैमसन और भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ एक मजेदार बातचीत करते हुए दिखे। SKY ने इस दौरान सैमसन से मैच के दौरान उनके एप्रोच पर सवाल किए। उन्होंने कहा, ‘बहुत खुश हूं। शब्दों में इसे बयां करना मुश्किल है। बहुत भावनात्मक क्षण है। भगवान का बहुत आभारी हूं कि यह हुआ है। हर किसी का अपना समय होता है।’
सैमसन ने स्वीकार किया कि शतक का इंतजार लंबा और चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्हें खुद पर भरोसा था कि वह जरूर शतक लगाएंगे। सैमसन ने नॉन-स्ट्राइकर छोर पर मौजूद सूर्यकुमार के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं सिर्फ अपना काम करता रहा, खुद पर विश्वास करता रहा और खुश हूं कि आप उस शतक का जश्न मनाने के लिए मेरे साथ थे।’ इस पर सूर्यकुमार ने कहा, ‘मैंने दूसरे छोर से इसका लुत्फ उठाया। ये मेरे जीवन के अब तक के सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक था।’ भारतीय कप्तान ने 90+ रन बनाने के बाद सैमसन के तेजी से रन बनाने के पीछे के एप्रोच के बारे में पूछा। सूर्यकुमार ने सैमसन से पूछा, ‘आप 96 या 97 पर थे और तब भी बड़े शॉट की कोशिश कर रहे थे। उस जोखिम को लेते हुए-आपके दिमाग में क्या चल रहा था?’ इस पर सैमसन ने जवाब देते हुए कहा, ‘टीम का माहौल जो हमने इन हफ्तों में बनाया है। हमें मैसेज यह मिला है कि जाओ आक्रामक खेल दिखाओ। ये दो शब्द हैं जो हमारे कप्तान और कोच हमें याद दिलाते रहते हैं। यह मेरे स्वभाव, मेरे चरित्र के अनुरूप है, इसलिए मैंने बस शॉट लगाना जारी रखा।’ सैमसन ने यहां तक खुलासा किया कि जब वह 96 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तो उन्हें सूर्यकुमार ने आराम से खेलने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने शॉट लगाना जारी रखा। सैमसन ने कहा, ‘जब मैं 96 रन पर बैटिंग कर रहा था तो मैंने सूर्यकुमार से कहा कि मैं स्मैश करूंगा, लेकिन उन्होंने मुझे आराम से खेलने के लिए कहा क्योंकि वह चाहते थे मैं शतक लगाऊं। लेकिन कप्तान और गौतम भाई से मुझे जिस तरह की स्पष्टता मिली है या समर्थन मिला, उससे मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि आक्रामक होकर खेलो और विनम्र रहो और यह मेरे अनुकूल है।’