औरंगाबाद शहर का नाम बदलने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इसके खिलाफ एआईएमआईएम का चल रहा आंदोलन आज खत्म कर दिया जाएगा। इस बीच, एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील ने दावा किया कि औरंगाबाद में शांति भंग करने की कोशिश हो रही है। इसलिए हमने अपने आंदोलन को वापस लेने का फैसला लिया है। अब शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस का काम है। जलील ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘लोग यहां सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित रैली को संबोधित करने के लिए बाहर (औरंगाबाद से बाहर) से आ रहे हैं। हमने अपने आंदोलन को रोक दिया है। अब शांति बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है।’ जलील ने कहा कि कलेक्टर कार्यालय के बाहर करीब दो हफ्ते पहले शुरू हुई भूख हड़ताल शनिवार से बंद हो जाएगी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद ने कहा, ‘हम नाम बदलने के खिलाफ कानूनी लड़ाई को मजबूत करने के प्रयास जारी रखेंगे।’ बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले महीने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद शहर का नाम धाराशिव करने की मंजूरी दी थी। औरंगाबाद का नाम मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर रखा गया है, जबकि उस्मानाबाद का नाम हैदराबाद रियासत के 20वीं सदी के शासक के नाम पर रखा गया था।
AIMIM सांसद ने औरंगाबाद में आंदोलन खत्म करने का एलान किया, बोले- माहौल खराब करने की हो रही कोशिश
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