केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को अब प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने चटर्जी के साथ ही उनके करीबी अयन शील को भी भ्रष्टाचार के इस मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों अभी पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) में शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती में भ्रष्टाचार के मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। पार्थ चटर्जी और अयन शील को मंगलवार को विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने दोनों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार करने का आवेदन दिया, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। हालांकि, सीबीआई ने दोनों में से किसी को रिमांड में देने की मांग नहीं की। एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जुलाई 2022 में चटर्जी और शील को गिरफ्तार किया था। तब से दोनों न्यायिक हिरासत में हैं। तबीयत खराब होने पर चटर्जी को जेल के अस्पताल में रखा गया है। ईडी ने पार्थ चटर्जी के दक्षिण कोलकाता के नाकतला स्थित घर पर छापा मारा था। एजेंसी ने पार्थ की करीबी मानी जाने वाली अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के टॉलिगंज और बेलघरिया के फ्लैट्स पर भी छापा मारा। अर्पिता के फ्लैट से 21 करोड़ 90 लाख रुपए की नकद राशि बरामद की गई थी। साथ ही, बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा और सोने के गहने भी मिले थे। ईडी ने अर्पिता को भी गिरफ्तार कर लिया था। एसएससी भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी, अयन शील के अलावा तृणमूल कांग्रेस के यवा नेता शांतनु बंद्योपाध्याय, टीएमसी नेता कुंतल घोष समेत कई लोग गिरफ्तार किया गए हैं। फिलहाल ये सभी आरोपी जेल में हैं।
पार्थ, कुंतल की याचिका पर ईडी को सुप्रीम नोटिस
पार्थ चटर्जी और कुंतल घोष ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। मंगलवार को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने दोनों की जमानत याचिका पर सुनवाई की और ईडी से जवाब मांगा। शीर्ष अदालत ने कोलकाता स्थित विशेष अदालत को कुंतल घोष की जमानत याचिका पर शीघ्रता से निर्णय लेने को कहा है। टीएमसी नेताओं पर 2014 से 2021 के दौरान एसएससी के जरिये शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की भर्ती में अभ्यर्थियों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वसूलने का आरोप है। सीबीआई और ईडी इस मामले की जांच कर रही है। ईडी ने इसी मामले में पिछले साल जनवरी में घोष को गिरफ्तार किया था।