लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत मंगलवार को लोक भवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2019 में चयनित उपजिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस दौरान डेप्युटी सीएम दिनेश शर्मा और वित्त, संसदीय कार्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना मौजूद रहे। लोक भवन में कुल 49 उपजिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया गया।
‘कार्यकाल में दीं युवाओं को 4.50 लाख सरकारी नौकरियां’
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि प्रादेशिक सेवाएं भारतीय प्रशासनिक सेवा की रीढ़ होती हैं। हमारी सरकार के कार्यकाल में नियुक्तियों में शुचिता और पूरी पारदर्शीता बरती जा रही है। इसी कारण हमारी सरकार ने करीब सवा चार वर्ष के कार्यकाल में योग्यता व क्षमता के आधार पर युवाओं को 4.50 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं।
2017 के पहले कलंकित हो चुकी थी नौकरियों की प्रक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया वर्ष 2017 के पहले कैसे कलंकित हो चुकी थी, यह सबने देखा है। सरकारी नौकरियों में भाई-भतीजावाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार इस कदर हावी हो चुका था कि न्यायालय को नियुक्तियों की सीबीआइ जांच कराने का आदेश देना पड़ा।
सभी नागरिकों को न्याय मिले यह आपका दायित्व
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी नागरिकों को न्याय मिले यह आपका दायित्व होगा। आधी से अधिक समस्याएं राजस्व से जुड़ी हुई होती हैं। इसमें भी आम आदमी प्रशासनिक अनिर्णय का शिकार होता है। किसी प्रकार की अव्यवस्था और दुव्र्यवस्था नहीं होनी चाहिए। सभी को न्याय मिलना चाहिए।