भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने जलज सक्सेना को भारत या भारत-ए टीम में नहीं चुनने पर अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति की कड़ी आलोचना की है। रणजी ट्रॉफी में कई रिकॉर्ड बना चुके जलज सक्सेना को 17 साल तक घरेलू क्रिकेट में खेलने के बावजूद नजरअंदाज कर दिया गया है। जलज रणजी ट्रॉफी इतिहास में 400 विकेट और 6000 रन बनाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ तीन अनाधिकारिक मैचों के लिए भारत-ए टीम में उन्हें जगह नहीं दी गई। जलज के रिकॉर्ड का जिक्र करने वाले ट्वीट के जवाब में हरभजन ने पूछा कि क्या आईपीएल से खिलाड़ियों के चुने जाने से घरेलू टूर्नामेंट अप्रासंगिक हो रहे हैं? हरभजन ने ट्वीट के जवाब में लिखा, ‘आपसे सहमत हूं। जलज को कम से कम भारत-ए के लिए चुना जाना चाहिए था। लोगों को आईपीएल से चुना जा रहा है।’ जलज ने मध्य प्रदेश के साथ अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की थी। मध्य प्रदेश से 11 साल के जुड़ाव के दौरान उन्होंने 159 विकेट लिए और 4041 रन बनाए। 2016-17 सत्र में वह केरल चले गए और टीम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। वह केवल केएन अनंतपद्मनाभन से पीछे हैं। पिछले सत्र में जलज भारतीय घरेलू क्रिकेट इतिहास में सभी प्रारूपों में 9000 रन और 600 विकेट हासिल करने वाले चौथे खिलाड़ी बने थे। अकेले रणजी ट्रॉफी में उनका रिकॉर्ड सक्रिय ऑलराउंडरों के बीच अद्वितीय है और विजय हजारे, मदन लाल और सुनील जोशी जैसे भारतीय महान खिलाड़ियों की श्रेणी में है। भज्जी ने कहा कि घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की 3-0 से हार रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम के लिए निराशाजनक हार थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाज मिचेल सैंटनर, एजाज पटेल और ग्लेन फिलिप्स का तोड़ नहीं ढूंढ पाए और अपने ही घर में स्पिन के शेर माने जाने वाले भारतीय बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह बिखर गए। न्यूजीलैंड भारत को उसके घर में तीन या अधिक मैचों की टेस्ट सीरीज में व्हाइटवॉश करने वाला पहला देश बन गया।
हरभजन ने कहा कि सीरीज शुरू होने से पहले सभी को उम्मीद थी कि भारत 3-0 से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज जीतेगा। उन्होंने न्यूजीलैंड की भी तारीफ की और कहा कि टॉम लाथम की टीम ने मेजबान टीम को हर मामले में पछाड़कर हालात का फायदा बेहतर तरीके से उठाया। उन्होंने कहा, ‘यह पूरी सीरीज हम सभी के लिए काफी निराशाजनक रही। न्यूजीलैंड जब यहां आया था तो उम्मीद की जा रही थी कि नतीजा 3-0 होगा और भारत सीरीज जीत जाएगा। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि उन्होंने हमें पछाड़ दिया और उन्होंने उन परिस्थितियों का फायदा उठाया।’