जब लोग कड़ी मेहनत करते हैं, तब जाकर वो कहीं पैसे कमा पाते हैं। कोई नौकरी करता है, तो कोई खुद का बिजनेस लेकिन पैसे कमाने के लिए दोनों को ही मेहनत करनी पड़ती है। वहीं, जो पैसे लोग कमाते हैं वो अपनी जमा पूंजी को बैंक में रखते हैं। बैंक में एक बचत खाता खुलवाकर आप अपने पैसे को रख सकते हैं, और ये घर में रखने से काफी सुरक्षित भी होता है। साथ ही इस जमा पैसे पर ब्याज भी मिलता है। इसके अलावा इस पैसे का काम लोगों को बुढ़ापे में आता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर ऐसे किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, जिसका पैसा बैंक में है और साथ ही उसका कोई नॉमिनी भी नहीं है। तो फिर ऐसी स्थिति में उस खाते में रखे हुए पैसे का क्या होगा? शायद नहीं, लेकिन इस बात को जानना इसलिए भी जरूरी हो जाता है कि बूढे-बुजुर्गों को नॉमिनी के बारे में इतना पता नहीं होता है या कई बार अन्य लोग भी नॉमिनी जोड़ना भूल जाते हैं। ऐसा स्थिति में पैसे का क्या होगा? तो चलिए हम आपको इस बारे में बताते हैं।
खाते में नॉमिनी जोड़ना चाहिए
अपने बैंक खाते में ध्यान से नॉमिनी जोड़ना चाहिए, ताकि आपके जाने के बाद आपका कोई अपना उस पैसे का इस्तेमाल कर सके। इसके लिए नॉमिनी को दो गवाह देने होते हैं, और बैंक में खाताधारक का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाना होता है और असली दिखाना होता है। इसके बाद नॉमिनी को पैसे मिल जाते हैं।
खाते में नॉमिनी न होने पर?
अगर आपका कोई ऐसा बैंक खाता है, जिसमें कोई नॉमिनी नहीं है और किसी कारणवश खाताधारक का निधन हो जाता है। तो ऐसी स्थिति में जो कोई भी व्यक्ति मृत व्यक्ति के बैंक खाते में रखे पैसों पर दावा करता है, उसे एक लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसके बाद ही उसे वो पैसे मिल पाते हैं। बात अगर उस लंबी कानूनी प्रक्रिया की करें, तो दावा करने वाले व्यक्ति को विल या फिर उत्तराधिकार प्रमाण पत्र बैंक में दिखाना होता है। साथ ही इसके अलावा भी कई नियमों के तहत और एक गहन जांच के बाद ही बैंक ये तय करता है कि दावा करने वाला व्यक्ति सही है या नहीं। इसके लिए बैंक में कई दस्तावेज जमा करवाने पड़ते हैं, और साथ ही काफी कागजी कार्रवाई भी करनी पड़ती है। इसलिए हमेशा अपने बैंक खाते में नॉमिनी जोड़ना चाहिए, ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो।