महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मुख्यमंत्री बनने की टीस बुधवार को साफ नजर आई। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा और शिवसेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की होती तो वह पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को अपने साथ लाते। पवार वर्तमान मुख्यमंत्री की जीवनी ‘योद्धा कर्मयोगी- एकनाथ संभाजी शिंदे’ के लॉन्च पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजनीति में वह सीएम शिंदे और साथी डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस दोनों से वरिष्ठ हैं। पुस्तक विमोचन के मौके पर अजित ने कहा, सभी आगे बढ़ गए और मैं पीछे रह गया। कहा कि फडणवीस पहली बार 1999 में और शिंदे 2004 में विधायक बने थे, जबकि मैं पहली बार 1990 में विधायक चुना गया था। फडणवीस ने 2014 से 2019 तक दो बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। पवार ने नकली गंभीरता के साथ कहा, जीवन में जो कुछ भी होता है वह नियति द्वारा नियोजित होता है। उनकी अतीत में राज्य में शीर्ष पद पर कब्जा करने की अपनी महत्वाकांक्षा नहीं छिपी। हालांकि, पवान ने कहा कि उन्होंने कई मुख्यमंत्री देखे हैं, लेकिन शिंदे जैसा कोई नहीं, जो हर समय लोगों से घिरे रहते हैं। इस अवसर पर फडणवीस ने कहा कि वह खुद ऐसे व्यक्ति हैं जो एक ही विधानसभा कार्यकाल (2019 और 2024 के बीच) के दौरान मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता और फिर उप मुख्यमंत्री बने। इसी तरह, उसी अवधि के दौरान पवार उपमुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता और फिर उपमुख्यमंत्री बने। पुस्तक विमोचन के बाद सीएम शिंदे ने पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि महायुति सरकार ने पिछले दो वर्ष में विकास और कल्याण योजनाओं दोनों को प्राथमिकता देते हुए एक टीम के रूप में काम किया है। उन्होंने विश्वास जताया कि इसके कारण उनकी सरकार विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बरकरार रखेगी। इस दौरान सीएम शिंदे ने घोषणा की कि ‘लड़की बहिन योजना’ के तहत धनराशि रक्षा बंधन त्योहार से पहले राज्य भर में पात्र महिलाओं के खातों में जमा की जाएगी।
अजित पवार का दर्द छलका, कहा- अगर भाजपा-शिवसेना ने CM पद की पेशकश की होती तो पूरी NCP साथ ले आता
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