भारत के मशहूर उद्दोगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अमेरिकी न्याय विभाग ने न्यूयॉर्क की अदालत में दावा किया कि दिग्गज कारोबारी गौतम अदाणी और अन्य साथियों ने अपने फायदे के लिए निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए साजिश रची। इसके साथ ही आरोपियों ने खरबों रुपये के अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की भी कोशिश की। हालांकि, जब तक उनपर आरोप सिद्ध नहीं होते, तब तक उन्हें निर्दोष माना जाएगा, लेकिन अब उनके साथ आगे क्या होगा इसके बारे में यहां जानेंगे। अमेरिकी की तरफ से लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोप पर फिलहाल अदाणी ने कई याचिका दायर नहीं की है, क्योंकि वे अमेरिकी अदालत में अभी तक पेश नहीं हुए हैं। अगर उन्हें प्रत्यार्पित किया जाता है या वे सरेंडर करते हैं तो उनके वकील याचिका को चुनौती दे सकते हैं। वे दलील समझौते पर भी बातचीत कर सकते हैं। ट्रायल के जल्द शुरू होने की संभावना है। अदाणी के सात सह-प्रतिवादियों के लिए सबूतों की चुनौती और अलग-अलग ट्रायर से मामले में देरी हो सकती है। भारतीय मूल के अमेरिकी वकील रवि बत्रा ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “अमेरिकी अटॉर्नी ब्रियोन पीस को अदाणी और सात अन्य आरोपियो के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का अधिकार है। इसका मतलब है कि अगर ये आरोपी अमेरिका से बाहर किसी दूसरे देश में रहते हैं, तो उस देश को भी अमेरिकी कानून के मुताबिक इन्हें अमेरिका को सौंपना होगा, बशर्ते उस देश के साथ प्रत्यर्पण संधि हो।”
अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों के बाद अदाणी केस में आगे क्या? समझें पूरी कानूनी प्रक्रिया
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