वेदांता-फॉक्सकॉन परियोजना को महाराष्ट्र में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे लेकर विपक्ष मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमलावर है। इस बीच शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर विनिर्माण परियोजना को महाराष्ट्र से पड़ोसी राज्य गुजरात भेजे जाने के खिलाफ 24 सितंबर को पुणे के तालेगांव में प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे। शिवसेना के उद्धव ठाकरे नीत धड़े ने इस बारे में एक बयान जारी किया। इसके मुताबिक, 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली परियोजना के तालेगांव में स्थापित नहीं किए जाने के खिलाफ ‘जन आक्रोश आंदोलन’ आयोजित किया जा रहा है।इस बीच अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को पुणे पहुंची केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वेदांत-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर संयंत्र महाराष्ट्र से गुजरात स्थानांतरित होने को लेकर उद्धव और आदित्य ठाकरे समेत विपक्ष को जमकर घेरा। उन्होंने विपक्ष पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने शासन के दौरान पांच बड़ी परियोजनाओं की राह में बाधा उत्पन्न करने का काम कर रहा था। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुणे के बारामती पहुंचने पर निर्मला सीतारमण का जोरदार स्वागत किया। वित्त मंत्री ने धनकवाड़ी क्षेत्रों में भाजपा पदाधिकारियों के साथ विशेष बातचीत की जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देने की अपील की। उसके बाद उन्होंने भाजपा की कोर कमेटी की बैठक की और निर्वाचन क्षेत्र में लागू की जा रही विभिन्न रणनीतियों के संबंध में समिति के नेताओं और विधायकों से बातचीत की। उन्होंने ढैरी के मुक्ताई गार्डन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ भी बातचीत की। कार्यकर्ता के उत्साह को देखते हुए उन्होंने बावधान के सूर्यदत्त कॉलेज से आयोजित मोटरसाइकिल रैली में भी भाग लिया। निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सरकार मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत से नीचे रखने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि आम लोगों को आवश्यक वस्तुएं उचित मूल्य पर उपलब्ध हों। पुणे शहर के पास एक कार्यक्रम के इतर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि मुद्रास्फीति को एक निश्चित स्तर पर रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। बढ़ती महंगाई पर एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा, ‘‘जहां तक मुद्रास्फीति का सवाल है, तो मैं संसद में हर बार (मुद्दे पर) सवालों के जवाब देती रही हूं। मुद्रास्फीति को एक स्तर पर रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, उदाहरण के तौर पर आयातित खाद्य तेल पर शुल्क हटाया जा रहा है ताकि देश में सस्ता तेल उपलब्ध हो सके।’’
आप ने सीतारमण के काफिले को काले झंडे दिखाए
वहीं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े मुद्दों के विरोध में गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के काफिले पर काले झंडे लहराए। पुलिस ने कहा कि वारजे इलाके में विरोध प्रदर्शन के दौरान आप के तीन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। देश में 144 निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए भाजपा की ‘प्रवास’ पहल के तहत सीतारमण गुरुवार को पुणे जिले के बारामती लोकसभा क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। आप के पुणे शहर के प्रवक्ता मुकुंद किरदत ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने सीतारमण के काफिले को रोकने की कोशिश की और महंगाई और जीएसटी के विरोध में काले झंडे लहराए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि वह अपनी पार्टी भाजपा का आधार मजबूत करने के लिए बारामती लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर रही हैं और किसी भी परिवार को निशाना बनाने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। बारामती के तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत करने वाली सीतारमण ने पुणे शहर के निकट एक कार्यक्रम के इतर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के हर क्षेत्र में अपने संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के इस व्यंग्यात्मक टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि मंत्री आएंगी, अपनी बात कहेंगी और लोग उन बातों व भाषा को आसानी से समझ जाएंगे, सीतारमण ने कहा कि लोग बहुत होशियार हैं। भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह लोग पश्चिम बंगाल से लेकर तेलंगाना तक के नेताओं की भाषा समझते हैं, वे उनकी हिंदी भी समझ जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘धैर्य रखें, पूरा बारामती (मेरी बात) सुन रहा है और अगर उन्हें कोई संदेह है तो वे खड़े होकर सवाल पूछ रहे हैं और मैं अपनी ‘टूटी फूटी हिंदी’ के बावजूद उनका जवाब दे रही हूं और लोग ताली बजा रहे हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा बारामती लोकसभा क्षेत्र पर अधिक ध्यान दे रही है, जिसका प्रतिनिधित्व फिलहाल पवार की बेटी सुप्रिया सुले कर रही हैं। इसपर सीतारमण ने कहा कि उनकी पार्टी देश के हर क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सीतारमण ने कहा, ‘‘मैं पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए बारामती आई हूं… मैं किसी परिवार के लिए नहीं आयी हूं।’’