पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह काफी विनम्र थे, लेकिन देश में हुए आतंकी हमलों के खिलाफ उनका सख्त रवैया भी दिखा। जुलाई 2011 में मुंबई में हुए बम धमाकों के बाद तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था कि अगर दोबारा ऐसा कोई हमला होता है भारत पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करेगा। इस वाकये का जिक्र ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने किया है। पूर्व ब्रिटिश पीएम कैमरन ने 2019 में आई अपनी किताब ‘फॉर द रिकॉर्ड’ में लिखा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मेरे अच्छे संबंध थे। वह एक संत पुरुष थे, लेकिन भारत के सामने आने वाले खतरों के बारे में वह सख्त थे। एक यात्रा पर उन्होंने मुझसे कहा था कि जुलाई 2011 में मुंबई जैसे एक और आतंकी हमले की स्थिति में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करनी होगी। 2013 में अमृतसर की यात्रा के दौरान तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के साथ चर्चा के दौरान 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड को ब्रिटिश इतिहास की बेहद शर्मनाक घटना बताया था। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। 92 साल की उम्र में उनका दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उन्हें उम्र संबंधी दिक्कतों की वजह से गुरुवार रात 8:06 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मनमोहन सिंह प्रखर अर्थशास्त्री थे। 1991 में देश में शुरू किए गए आर्थिक उदारीकरण के वे शिल्पकार रहे। 2004 से 2014 तक वे प्रधानमंत्री रहे। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है।
यह था मुंबई हमला
13 जुलाई, 2011 को दादर, ओपेरा हाउस और मुंबई के झवेरी बाजार इलाकों में तीन शक्तिशाली विस्फोट हुए, जिसमें 27 लोग मारे गए और 130 लोग घायल हो गए। एटीएस ने दावा किया कि आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापकों में से एक यासीन भटकल धमाकों का मास्टरमाइंड था।