महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय से खींचतान जारी है। शिवसेना के शिंदे गुट और ठाकरे गुट एक दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं। इस बीच एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे गुट की आलोचना की। उन्होंने शिवसेना के विभाजन के अपने फैसले को सही बताया और कहा कि उन्होंने हिंदुत्तव के लिए ऐसा किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सोमवार को ठाणे में आयोजित धर्मवीर-दो के मुहुर्त कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुत्तव के कारण उन्होंने उद्धव ठाकरे से अलग होना सही समझा। ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ठाकरे भूल गए थे कि शिवसेना बाल ठाकरे ने बनाई थी। शिवसेना ठाकरे में नेतृत्व में हिंदुत्तव को भूल गई थी। मुझे जानबूझकर ठाकरे कांग्रेस और एनसीपी को घसीट रहे थे। इस वजह से मुझे बाला साहब की विचारधारा का समर्थन करने वाले सहयोगियों के साथ अलग होना पड़ा।
इसलिए खास है धर्मवीर-दो
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धर्मवीर एक मराठी बायोपिक है, जो शिंदे के गुरु आनंद दिघे के जीवन पर आधारित है। सीएम इसी के दूसरे सीजन के मुहुर्त कार्यक्रम में पहुंचे थे। संभावना है कि बायोपिक में भी ठाकरे से शिंदे के अलग होने को दिखाया जाएगा और यही कारण बताया जाएगा, जो आज शिंदे ने एक बार फिर दोहराई है। धर्मवीर-दो की शूटिंग नौ दिसंबर से शुरू होगी, जो लोकसभा चुनावों से ठीक पहले रीलीज होगी। बता दें, धर्मवीर के पहले सीजन में शिंदे को भी दिखाया गया है। पहले सीजन का अंत उनके मंत्री बनने पर होता है। अब वे सीएम है, आशा है कि नए सीजन में शिंदे के आगे का सफर भी दिखाया जाएगा। शिंदे के साथ-साथ बायोपिक में दीघे का जीवन अहम है। इसमें हिंदुत्व के लिए किए गए उनके कामों का भी चित्रण होगा, जैसे- राम मंदिर के लिए पहली चांदी की ईंट पूर्व पीएम लाल कृष्ण आडवाणी को देना, मलंग गाड मंदिर आंदोलन और बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनकी भूमिका आदि शामिल है।
एकनाथ शिंदे ने कहा- उद्धव हिंदुत्व भूल गए थे, बाला साहब के विचारों को भी भूले; इसलिए अलग होना पड़ा
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