तकनीक में उन्नति के साथ-साथ कई तरह के ठगी की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। इसे देखते हुए मेटा ने एक नया सुरक्षा अभियान ठगी से बचाओ अभियान शुरु किया है। इसके तहत लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने और सुरक्षित डिजिटल उपयोग को बढ़ावा देने को लेकर लोगों को शिक्षित किया जाएगा। इसके लिए मेटा ने बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना के साथ साझेदारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से मेटा का ये अभियान शुरु किया गया है, जो देश में ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों से निपटने के सरकार के लक्ष्य का समर्थन करता है। इस अभियान के तहत लोगों को आम जीवन में होने वाले ठगी को लेकर सतर्क रहने और किसी भी तरह की कार्रवाई करने से पलहे सावधानी बरतने के लिए प्रोत्साहित करता है। फिल्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर मौजूद सुरक्षा सुविधाओं को लेकर भी जागरुक करती है, जो लोगों को ऑनलाइन सुरक्षा नियंत्रण रखने में सक्षम बनाती है। वीडियो में, आयुष्मान खुराना शादी में आए वो मेहमान बने हैं, जो काफी सतर्क है। वो धोखाधड़ी के शिकार होने के कगार पर खड़े लोगों से मिलते हैं और तुरंत एक्शन लेते हुए हास्यपूर्ण अंदाज में उन्हें बचाते हैं। इस दौरान मेटा की सुरक्षा सुविधाओं जैसे टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, ब्लॉक और रिपोर्ट, व्हाट्सएप की ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग्स का भी उल्लेख किया जाता है। इसमें बताया जाता है कि कैसे मेटा की ये सुविधाएं लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और खतरों से बचाने में मदद करता है।
बढ़ते ऑनलाइन ठगी के इस दौर में सतर्क रहना जरूरी- आयुष्मान
इस अभियान की शुरुआत पर टिप्पणी करते हुए आयुष्मान खुराना ने कहा कि लोगों को अब काफी सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा,“आज के डिजिटल दौर में, ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी की बढ़ती संख्या के साथ, जो कभी-कभी बहुत ही विश्वसनीय लगती है, वहां महत्वपूर्ण है कि हम सतर्क रहें और खुद को सुरक्षित रहने के तरीके के बारे में शिक्षित करें। मैं मेटा की सुरक्षा पहल का हिस्सा बनकर रोमांचित हूं, जिसका उद्देश्य लोगों को संभावित साइबर घोटालों से खुद को सुरक्षित रखने के प्रति जागरुक करना है। अभिनेता ने आगे कहा,” ये महत्वपूर्ण है कि आप कोई भी कार्य करने से पहले दो बार सोचे और मेटा के सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करें, जिससे आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को नियंत्रित कर सकते हैं।” इस जागरुकता अभियान में कई तरह की ठगी की घटनाओं को दिखाया गया है, जिनमें व्यक्तिगत खातों और गोपनीय जानकारी से समझौता करने वाले ओटीपी स्कैम, पैसों की ठगी को लेकर किसी तरह उकसाना, गलत रिटर्न का वादा करने वाले ट्रेडिंग और निवेश से जुड़े स्कैम, नकली लोन एप्प आदि स्कैम शामिल हैं। इस अभियान से यह पता चलता है कि कि मेटा की सरल सुविधाएं, जो ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी से सुरक्षित रखने में मदद करने में काफी प्रभावी हो सकती है।