सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। अब शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस्तीफा देने की मांग की है। संजय राउत ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निर्माण में कथित घोटाले का आरोप लगाया है। राउत ने ये भी कहा कि औरंगजेब और मुगलों ने भी शिवाजी महाराज का इतना अपमान नहीं किया था।
राउत का आरोप- राजनीतिक इरादों से स्थापित की गई थी प्रतिमा
पिछले साल नौसेना दिवस (4 दिसंबर) पर सिंधुदुर्ग के मालवन तहसील में राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। सोमवार दोपहर को यह प्रतिमा ढह गई। मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने मराठा साम्राज्य के संस्थापक की मूर्ति ढहने के लिए पीएम मोदी, सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि इसे राजनीतिक इरादों से स्थापित किया गया था। शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा, ‘महाराष्ट्र के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री रवींद्र चव्हाण को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने शिवाजी महाराज को भी नहीं बख्शा और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिमा बनाने का ठेका मुख्यमंत्री के करीबी लोगों को दिया गया था। राउत ने इसे गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
हवा के चलते प्रतिमा गिरने के बयान पर सीएम को घेरा
मुख्यमंत्री शिंदे के उस बयान का जिक्र करते हुए कि 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण प्रतिमा गिरी, राउत ने कहा कि तट पर हवाएं तेज होती हैं। 1933 में मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर समाज सुधारक लोकमान्य तिलक की प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन वह अभी भी ऊंची खड़ी है। उन्होंने कहा कि 1956 में पंडित नेहरू ने प्रतापगढ़ किले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की थी और वह अभी भी उसी स्थिति में है। सिंधुदुर्ग जिले में पुलिस ने शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में ठेकेदार और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मुद्दे पर राज्य सरकार घिर गई है और विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक सहायक अभियंता ने सोमवार शाम को मालवन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता के अनुसार, मूर्ति गिरने के लिए कलाकार और कंसल्टेंट जिम्मेदार हैं।
‘औरंगजेब ने भी शिवाजी महाराज का इतना अपमान नहीं किया…’, राउत ने सीएम शिंदे से मांगा इस्तीफा
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