महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे महान कप्तानों में एक हैं। टीम इंडिया को तीन आईसीसी ट्रॉफी जिताने वाले इस कप्तान ने आईपीएल में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स को पांच बार चैंपियन बनाया है। धोनी की कप्तानी में हर कोई खेलना चाहता है। उन्होंने आईपीएल के आगामी सीजन से पहले कप्तानी को लेकर कई जरूरी बात कही है। धोनी का मानना है कि किसी कप्तान को अपनी बातों से नहीं बल्कि काम से सम्मान हासिल करना चाहिए। धोनी ने कहा, ”वफादारी का सम्मान से बहुत कुछ लेना-देना है। जब आप ड्रेसिंग रूम के बारे में बात करते हैं, तो सहयोगी स्टाफ या खिलाड़ी अगर आपका सम्मान नहीं करते हैं तब वफादारी हासिल करना मुश्किल है।” मुंबई में एक कार्यक्रम में धोनी ने कहा, ”यह असल में इस बारे में है कि आप क्या कर रहे हैं, न कि इस बारे में कि आप क्या बोल रहे हैं। आप वास्तव में कुछ भी नहीं बोल सकते हैं लेकिन आपका आचरण वह सम्मान अर्जित कर सकता है।” धोनी ने कहा कि एक कप्तान के प्रति सम्मान उसके शब्दों से नहीं बल्कि उसके कार्यों से होता है। उन्होंने कहा, ”मुझे हमेशा लगता था कि (एक कप्तान के रूप में) सम्मान अर्जित करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कुर्सी या रैंक के साथ नहीं आता है। यह आपके आचरण के साथ आता है। कई बार लोग असुरक्षित होते हैं। कभी-कभी भले ही टीम आप पर विश्वास करती हो, तब भी आप पहले व्यक्ति होंगे जो खुद पर विश्वास नहीं करते होंगे।” चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान ने कहा, “संक्षेप में कहें तो सम्मान हासिल करने की कोशिश न करें बल्कि इसे अर्जित करें, क्योंकि यह बहुत स्वाभाविक है। एक बार जब आपमें वह निष्ठा आ जाएगी तो प्रदर्शन भी आपके साथ आएगा।” माही ने कहा कि इसके लिए पहला कदम ड्रेसिंग रूम में प्रत्येक खिलाड़ी की ताकत और कमजोरियों को समझना है।
‘कप्तान के लिए बात से नहीं, काम से सम्मान जीतना अहम’, धोनी ने आईपीएल से पहले वफादारी को लेकर की बात
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