मौसम साफ रहने से अमरनाथ यात्रियों का जोश बरकरार है। बालटाल तथा पहलगाम दोनों ट्रैक से अब तक सबसे अधिक साढ़े 24 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। अब तक बाबा के दर पर 187014 श्रद्धालु माथा टेक चुके हैं। इस बीच जम्मू से सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था पवित्र गुफा के लिए कड़ी सुरक्षा में रवाना हुआ। शनिवार को दर्शन करने वालों का आंकड़ा दो लाख पार होने की उम्मीद है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार शुक्रवार को दर्शन करने वालों में 17583 पुरुष, 5643 महिलाएं, 993 बच्चे, 220 साधु व छह साध्वीं शामिल हैं। पवित्र गुफा तक पहुंच रहे श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा है। देश के कोने-कोने से भक्तजन बाबा का गुणगान करते हुए पहुंच रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को आधार शिविर भगवती नगर से 7245 श्रद्धालुओं का जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ। इसमें बालटाल रूट के लिए 2049 पुरुष, 1058 महिलाएं, 5 बच्चे, 23 साधु और 9 साध्वी के साथ 101 छोटे-बड़े वाहनों में कड़ी सुरक्षा के बीच 3144 श्रद्धालु रवाना किए गए। पहलगाम रूट के लिए 2831 पुरुष, 878 महिलाएं, 327 साधु और 65 साध्वी के साथ 4101 श्रद्धालुओं को 125 वाहनों में भेजा गया। कुछ दिनों से अमरनाथ यात्रियों के भगवती नगर आधार शिविर में पहुंचने की संख्या बढ़ी है। पिछले कुछ जत्थों में आधार शिविर जम्मू से 7000 से 9000 के बीच यात्री रोजाना रवाना हो रहे हैं। शहर के सरस्वती धाम रेलवे स्टेशन पर टोकन जारी करने के साथ वैष्णवी धाम रेलवे स्टेशन और पंचायत भवन रेलवे स्टेशन पर तत्काल पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। साधु संतों के लिए श्रीराम मंदिर पुरानी मंडी और गीता भवन परेड में पंजीकरण किया जा रहा है।
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा तैनाती मजबूत करने पर दिया जोर
रेल पटरियों पर गश्त तेज करने के अलावा रेलवे स्टेशन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। यह बात एसएसपी रेलवे जम्मू के कार्यालय में डीजीपी रेलवे सुनील कुमार ने बैठक में कही। इसका मुख्य उद्देश्य यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करना था। एसएसपी रेलवे मोहन लाल कैथ और जीआरपी जम्मू के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। एडीजीपी रेलवे ने पटरियों पर गश्त तेज करने और रेलवे स्टेशन जम्मू पर सुरक्षा तैनाती मजबूत करने पर भी जोर दिया। एडीजीपी रेलवे ने अधिकारियों को सूचित किया कि ट्रेनों के रद्द होने के कारण रेलवे स्टेशन जम्मू पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो जाएगी, क्योंकि अधिकांश यात्री ट्रेन सेवाओं के पूरी तरह से चालू होने तक अस्थायी रूप से रेलवे स्टेशन जम्मू में रहना पसंद कर रहे हैं। सार्वजनिक प्रणाली को और प्रभावी बनाया जाना चाहिए। एडीजीपी रेलवे ने रेलवे स्टेशन जम्मू पर की गई तैनाती की जांच की। साथ ही जवानों को वृद्ध यात्रियों के साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करने के लिए कहा। हेल्प डेस्क का भी दौरा किया।