पीएम नरेंद्र मोदी से कश्मीर के नेताओं की मुलाकात से ठीक पहले पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती का ‘पाक प्रेम’ जाग उठा है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान से बातचीत करने की मांग की है। महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को श्रीनगर में गुपकार गठबंधन के नेताओं की मुलाकात के बाद यह मांग की। महबूबा ने कहा, ‘सरकार दोहा में तालिबान के साथ बातचीत कर रही है। उन्हें जम्मू-कश्मीर में बात करनी चाहिए। इसके अलावा उन्हें मुद्दों के समाधान के लिए पाकिस्तान से भी बातचीत करनी चाहिए।’ बता दें कि पहले भी अकसर महबूबा मुफ्ती कश्मीर से जुड़े मसलों के समाधान के लिए बातचीत में पाकिस्तान को भी शामिल करने की वकालत करती रही हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारुक अब्दुल्ला के घर पर हुई मीटिंग में 24 जून को पीएम मोदी के साथ बैठक में शामिल होने का फैसला लिया गया है। इस मीटिंग के दौरान गुपकार अलायंस के सदस्य मुजफ्फर शाह ने कहा कि आर्टिकल 370 और 35 ए को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा और इन्हें हटाए जाने पर हमारा विरोध जारी रहेगा। इस बीच लंबे समय तक अगर-मगर के बाद गुपकार गठबंधन के नेताओं ने गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई मीटिंग में शामिल होने का फैसला लिया है। मंगलवार को फारुक अब्दुल्ला के घर में हुई ऑल पार्टी मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया। बीते सप्ताह ही पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से जम्मू-कश्मीर के प्रमुख राजनीतिक दलों को मीटिंग का न्योता दिया गया था। तब से ही चर्चा चल रही है कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, परिसीमन कराने जैसे मुद्दों पर बात हो सकती है। हालांकि अब तक केंद्र सरकार की ओर से मीटिंग के एजेंडे को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहा नहीं गया है। जम्मू-कश्मीर से अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की राज्य के राजनीतिक दलों के साथ यह पहली मीटिंग होने वाली है।
कश्मीर पर PM मोदी के साथ मीटिंग से पहले जागा महबूबा का ‘पाक प्रेम’, बातचीत में शामिल करने की वकालत
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