एक दिन पहले चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईवाई इंडिया में महिला कर्मी की मौत का हवाला देते हुए कहा था कि परिवारों को बच्चों को दैवीय शक्तियों के माध्यम से दबाव से निपटना सिखाना चाहिए। आप जो भी अध्ययन करते हैं और जो भी काम करते हैं, आपके पास उस दबाव को संभालने के लिए आंतरिक शक्ति होनी चाहिए और यह केवल दिव्यता के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। भगवान पर विश्वास करें, हमें भगवान की कृपा की आवश्यकता है। अच्छा अनुशासन सीखें। आपकी आत्म शक्ति केवल इसी से बढ़ेगी।
केरल के मंत्री ने निर्मला सीतारमण पर साधा निशाना
वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री की इस टिप्पणी पर केरल में कांग्रेस पार्टी और सत्ताधारी दल माकपा ने पलटवार करते हुए निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा है। मामले में केरल राज्य के पर्यटन और पीडब्ल्यूडी मंत्री पीए मोहम्मद रियास ने कहा कि निर्मला सीतारमण आईटी कर्मचारियों का शोषण करने वाले कॉर्पोरेट की संरक्षक बन गई हैं। उन्होंने कहा कि देश के आईटी क्षेत्र में कॉर्पोरेट शोषण के कारण मानसिक तनाव और संबंधित मौतें बढ़ रही हैं। रियास ने कहा, उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि कॉरपोरेट जगत के लालच ने अन्ना सेबेस्टियन की जान ले ली। उन्होंने निर्मला सीतारमण के बयान को अत्यंत निंदनीय बताते हुए कहा, अन्ना जिस माहौल में काम करती थीं या प्रबंधन की आलोचना करने के बजाय वित्त मंत्री ने उनके माता-पिता का अपमान करना चुना। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आश्चर्य जताया कि अगर भगवान से प्रार्थना करना ही हर समस्या का समाधान है तो सरकार और कानून क्यों हैं। अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल, जिन्होंने 2023 में चार्टर्ड अकाउंटेंट की कठिन परीक्षा पास की और अर्न्स्ट एंड यंग, पुणे कार्यालय में चार महीने तक काम किया, जुलाई में उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मां ने ईवाई इंडिया के चेयरमैन को लिखे एक पत्र के अनुसार, उनकी बेटी को एक नए कर्मचारी के रूप में बहुत ज्यादा काम का बोझ दिया गया था, जिसने उन्हें शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से प्रभावित किया।
केरल में लेफ्ट और कांग्रेस का वित्तमंत्री पर हमला, कहा- असंवेदनशील बयान के लिए मांगें माफी
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