#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

ग्वाटेमाला की टुम, मैक्सिको के टोरेस को गांधी-मंडेला पुरस्कार; 1992 में मिला था नोबेल सम्मान

14

ग्वाटेमाला की मानवाधिकार कार्यकर्ता रिगोबेर्ता मेंचू टुम और मेक्सिको के राजनीतिज्ञ विक्टर गाेंजालेज टोरेस को गांधी-मंडेला पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टुम को मानवाधिकार और टोरेस को स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया। टुम को स्वदेशी लोगों के अधिकारों और जातीय-सांस्कृतिक सामंजस्य की दिशा में किए गए कार्यों के लिए कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। उन्हें 1992 में नोबेल शांति पुरस्कार और 1998 में प्रिंसेस ऑफ ऑस्टुरियस पुरस्कार भी मिला। गांधी-मंडेला फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि टुम का काम वैश्विक स्तर पर स्वदेशी अधिकारों के लिए लड़ाई को प्रेरित और नेतृत्व करता रहेगा। स्वामी अवधेशानंद गिरि की अध्यक्षता में गांधी मंडेला फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है। इसका गठन महात्मा गांधी और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के अपनाए गए अहिंसा के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।

गांधी-मंडेला फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है
गांधी मंडेला फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है। जिसका गठन महात्मा गांधी और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला द्वारा दिए गए अहिंसा के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इस पुरस्कार में भारत, नेपाल और बांग्लादेश के पांच पूर्व मुख्य न्यायाधीशों और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों वाली जूरी द्वारा हस्ताक्षरित एक पदक और एक प्रमाण पत्र शामिल हुए हैं।