हरियाणा विधानसभा चुनाव में जलेबी खूब चर्चा में रही थी। वहीं अब महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के बीच समोसा सूर्खियां बटोर रहा है। दोनों ही बार कांग्रेस नेता वजह बने हैं। इस बार हिमाचल प्रदेश में समोसा विवाद गहराया हुआ है। वहीं, अब हिमाचल का समोसा विवाद महाराष्ट्र में भी पहुंच गया है। भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के तीन प्रतिनिधियों को राज्य भेजे जाने पर शनिवार को आलोचना की। साथ ही उन पर झूठ फैलाने और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों का हल करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में चुनाव पूर्व वादों को पूरा करने संबंधी कांग्रेस नेताओं के दावे पर पलटवार किया। भाजपा की पूर्व सांसद ने कांग्रेस समूह को ‘समोसा कॉकस’ कहा। साथ ही उनके पिछले कामों और बयानों के लिए उनकी चुटकी ली।
झूठ का कारोबार करने आया कांग्रेस का समोसा कॉकस
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का समोसा कॉकस झूठ का कारोबार करने महाराष्ट्र में आ गया है। उन्होंने महाराष्ट्र में जो तीन प्रतिनिधि भेजे हैं, वे अपने आप में अनोखे हैं- एक ऐसे प्रतिनिधि हैं, जिनके साथ भ्रष्टाचार शब्द जुड़ा हुआ है और उन्हें कांग्रेस के वोट की चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की चिंता है। दूसरे प्रतिनिधि ने तेलंगाना के लोगों को सोना देने का वादा किया और लोग उन्हें वहां खोज रहे हैं। तीसरे प्रतिनिधि ऐसे हैं- अगर किसी ने समोसा खा लिया, तो उसने इसकी जांच के लिए सीआईडी जांच बैठा दी।’ बता दें कि बीते माह हिमाचल प्रदेश में सीआईडी दफ्तर में एक कार्यक्रम हुआ था। इस कार्यक्रम में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में होटल से केक और समोसे मंगवाए गए थे। ये मुख्यमंत्री को परोसे जाने थे, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत मैन्यू में इनका जिक्र नहीं था। ऐसे में वहां पर मौजूद स्टाफ ने सीएम के साथ आए पुलिस कर्मचारियों और अन्य लोगों को ही समोसे खिला दिए। इस पर सीआईडी प्रमुख एसआर ओझा ने मौखिक तौर पर जांच के आदेश दिए थे। सबसे अहम बात है कि इस मामले की जांच रिपोर्ट तीन पेज की बनाई गई और पता चला कि सीएम के स्टाफ को समोसे खिला दिए गए। वहीं, रिपोर्ट में इस मामले को एंटी सीआईडी और एंटी सरकार बताया गया। ये रिपोर्ट लीक हो गई और अब इस पर खासा बवाल हो रहा है।
सत्ता हासिल करने के लिए झूठ फैलाती है कांग्रेस
ईरानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए झूठ फैलाती है और सरकार बनाने के बाद लोगों को लूटने और विभाजित करने का काम करती है। उन्होंने इन प्रतिनिधियों पर विकास के मुद्दों पर काम करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और दावा किया कि वे अपने अभियान के दौरान झूठ फैलाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, ‘जो लोग विकास के मुद्दों पर गंभीरता से काम नहीं करते। वे आएंगे और झूठ का माहौल फैलाएंगे। लेकिन लोग भाजपा को वोट देंगे।’ ईरानी ने संविधान के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों का भी जवाब दिया, जहां लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि संविधान खतरे में है, यह कहते हुए कि कांग्रेस का भविष्य खतरे में है, संविधान नहीं। ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संविधान के बारे में हाल के बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी, जहां लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा था कि संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा कि संविधान नहीं, बल्कि कांग्रेस का भविष्य खतरे में है। लोग जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने जितना संविधान की रक्षा की है, उतनी किसी ने नहीं की। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 122, शिवसेना को 63 और कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं।
‘झूठ का कारोबार करने महाराष्ट्र आ गया कांग्रेस का समोसा कॉकस’, स्मृति ईरानी का तंज
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