उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर एक बार फिर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हर बार मुझ पर आरोप लगाया जाता है कि मैं कांग्रेस के साथ गया और हिंदुत्व छोड़ दिया, क्या कांग्रेस में कोई हिंदू नहीं है? भाजपा-आरएसएस का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि हिंदुत्व ‘गौमूत्रधारी हिंदुत्व’ है, उन्होंने संभाजीनगर में उस जगह पर गोमूत्र छिड़का जहां हमने अपनी जनसभा की थी। आगे कहा कि उन्हें थोड़ा गोमूत्र पीना चाहिए था, वे समझदार हो गए होंगे, हमारा हिंदुत्व राष्ट्रवाद के बारे में है। साथ ही कहा कि एक तरफ वे हनुमान चालीसा पढ़ते हैं और दूसरी तरफ मस्जिदों में जाकर कव्वाली सुनते हैं, क्या यही उनका हिंदुत्व है? ये यूपी में जाकर उर्दू में मन की बात करते हैं, क्या यही इनका हिंदुत्व है? हमारा हिंदुत्व देश के लिए जान कुर्बान करने वाला है। राज्य में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश हुई जिससे किसान मायूस हैं लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री दर्शन के लिए अयोध्या गए। अगर वे राम भक्त होते और उनके खून में हिंदुत्व होता तो वे सूरत और गुवाहाटी नहीं जाते, अयोध्या जाते। जब सीएम थे तब क्या फडणवीस अयोध्या गए थे? शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को हराने के लिए विपक्षी एकता का आह्वान किया और कहा कि एक विकल्प अपने आप सामने आएगा। यहां महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की संयुक्त ‘वज्रमठ’ रैली को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि इसकी ‘सत्ता की लत’ देश को नष्ट कर रही है। उन्होंने कहा कि क्रांति करने के लिए आपको सिर्फ (ईवीएम का) बटन दबाने की जरूरत है। स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए फांसी के तख्ते पर चढ़ गए। उन्हें इसकी परवाह नहीं थी कि प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति कौन होगा। उन्होंने देश की जनता के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी न कि भाजपा को सत्ता में लाने के लिए। उन्होंने कहा कि आप चिंता क्यों कर रहे हैं कि विकल्प कौन होगा? कोई न कोई तो जरूर आएगा, लेकिन हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम ऐसी सरकार नहीं बनने देंगे जो अन्यायपूर्ण हो।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने कार्यकाल में देश के लिए क्या किया है। ठाकरे ने कहा कि लोगों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि मुख्य मुद्दों से उनका ध्यान भटकाने के लिए किस तरह से धार्मिक मुद्दों को उछाला जाता है। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के विकल्पों पर ठाकरे की टिप्पणियों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि विपक्षी एकता के प्रयास जारी हैं। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और राहुल गांधी जल्द मुंबई में उद्धव से मुलाकात कर सकते हैं।
ठाकरे का भाजपा पर बड़ा हमला, बोले- हनुमान चालीसा पढ़ने वाले मस्जिदों में कव्वाली सुनते हैं
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