जेल से बाहर आने के बाद से शिवसेना सांसद संजय राउत भाजपा और शिंदे सरकार के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हो गया है। यहां अब लोग यह नहीं चाहते हैं कि उनके विरोधी जीवित भी रहें। उन्होंने कहा कि जेल से बाहर आने के बाद एक बार फिर उन्हें इस बात का एहसास हुआ है। रविवार को उन्होंने उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के मुखपत्र ‘सामना’ में अपना साप्ताहिक कॉलम फिर से शुरू करते हुए भाजपा और शिंदे सरकार के खिलाफ पलटवार किया। उन्होंने इसमें लिखा कि राज्य में घृणा की भावना है और राजनेता अब उस स्थिति में पहुंच गए हैं जहां वे नहीं चाहते कि उनके विरोधी जीवित रहें। राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल प्रदूषित हो गया है जहां लोग एक-दूसरे को खत्म करने पर उतारू हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब मुझसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी के बारे में पूछा गया कि राजनीति में कड़वाहट खत्म होनी चाहिए? इस पर मैंने जवाब दिया कि वह सच बोल रहे हैं, लेकिन मीडिया ने यह कहना शुरू कर दिया कि मैं शांत हो गया हूं। संजय राउत ने आगे कहा कि लोकतंत्र और स्वतंत्रता अब मौजूद नहीं है, अब इसका केवल नाम रह गया है। राजनीति में जहर फैल गया है, ब्रिटिश शासन के दौरान ऐसा नहीं था। दिल्ली के आज के शासक वही सुनना चाहते हैं जो वे चाहते हैं, ऐसा ना करने वालों को दुश्मन माना जाता है। देश की स्थिति ये है कि चीन, पाकिस्तान दिल्ली के दुश्मन नहीं हैं, लेकिन जो सच बोलते हैं और सीधे हैं उन्हें दुश्मन माना जाता है। शिंदे गुट के नेता ने कहा कि ऐसे राजनीतिक नेता देश के कद को कम करने का काम कर रहे हैं। इससे पहले, जेल से बाहर आने के बाद कल उन्होंने बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना के बीच हुए समझौते के तहत एकनाथ शिंदे को ही सीएम बनाया जाना था। एक टीवी चैनल से हुई बातचीत के दौरान संजय राउत ने कहा, अगर भाजपा ने एकीकृत शिवसेना के साथ हुए समझौते का सम्मान किया होता तो एकनाथ शिंदे को ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया जाता। गौरतलब है कि राज्यसभा सदस्य संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल एक अगस्त को धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। नौ नवंबर को मुंबई की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद संजय राउत बुधवार शाम 6.45 बजे आर्थर रोड जेल से बाहर आ गए। 100 दिन बाद जेल से बाहर आते ही राउत ने भाजपा और शिंदे सरकार के खिलाफ निशाना साधना शुरू कर दिया है।
दूषित हो गई है महाराष्ट्र की राजनीति, सच बोलने वाले दिल्ली में बैठे लोगों के दुश्मन
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