#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

‘दूसरों के मामलों में दखल देना कब बंद करेगा अमेरिका’, अदाणी मामले को लेकर भड़के नॉर्वे के राजदूत

10
अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा गौतम अदाणी और उनकी कंपनी के कई अन्य लोगों के खिलाफ अभियोग शुरू करने के मामले पर देश में खूब बवाल हो रहा है। इस मुद्दे पर संसद बाधित है और विपक्ष अदाणी मामले पर चर्चा के लिए अड़ा है। हालांकि भारत के कई वरिष्ठ वकीलों ने अदाणी मामले में उद्योगपति के खिलाफ कोई ठोस सबूत न होने की बात कही है। अब नॉर्वे के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण कार्यक्रम के पूर्व निदेशक एरिक सोल्हेम ने भी इस मुद्दे पर अमेरिका को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘अमेरिका कब दूसरों के मामलों में दखल देना बंद करेगा?’
अदाणी पर अमेरिकी न्याय विभाग ने लगाए हैं आरोप
गौरतलब है कि अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में आरोप लगाया गया है कि भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी और अन्य ने भारत में सौर ऊर्जा के ठेके लेने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी। हालांकि इस अभियोग में सिर्फ आरोप लगाए गए हैं और आरोपों के संबंध में पुख्ता सबूत नहीं दिए गए हैं। कई भारतीय वकीलों ने भी ये बात कही है। अब नॉर्वे के राजदूत ने भी इसी बात को उठाया और आरोप लगाया कि ऐसा करके अमेरिकी प्रशासन भारत के स्वच्छ ऊर्जा बदलाव को बाधित करना चाहता है। एरिक सोल्हेम ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘अमेरिका कब दूसरों के मामलों में दखल देना बंद करेगा? बीते हफ्ते पूरी दुनिया के मीडिया में गौतम अदाणी के खिलाफ अमेरिकी अभियोग का मामला छाया रहा। अब समय आ गया है, जब दुनिया कहे कि अमेरिका को अब दूसरों के मामलों में दखल देना बंद कर देना चाहिए।’ एरिक सोल्हेम ने सवाल किया कि ‘अगर किसी अमेरिकी उद्योगपति द्वारा अमेरिका में किए गए अपराध के लिए कोई भारतीय अदालत कार्रवाई करे तो कैसा लगेगा? क्या अमेरिका इसे बर्दाश्त करेगा? क्या अमेरिकी मीडिया को ये ठीक लगेगा?’ सोल्हेम ने कहा कि ‘ये साफ है कि गौतम अदाणी और सागर अदाणी के खिलाफ आरोप नहीं हैं। न ही ये बात साबित हुई है कि सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी गई। अभियोग इस बात पर चल रहा है कि उन्होंने रिश्वत देने की साजिश रची। अमेरिका के इस तरह से दूसरों के मामलों में दखल देने के गंभीर परिणाम होते हैं। इसके चलते भारत के औद्योगिक प्रतिष्ठानों को वित्त जुटाने में दिक्कत हो सकती है। अभियोग की वजह से अदाणी समूह को अब काफी समय और धन अदालती कार्रवाई में खर्च करना होगा, जबकि इस दौरान वह अपना ध्यान सौर ऊर्जा और पवन चक्की के संसाधनों में लगा सकता था। इससे भारत का अक्षय ऊर्जा में बदलाव बाधित हो सकता है।’