#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

‘दोनों देशों में कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के कई मौके’, उच्चायुक्त ग्रीन ने कही यह बात

41

भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने कहा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण के लिहाज से सहयोग बढ़ाने के व्यापक अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का कौशल प्रशिक्षण विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी है और इसके प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उद्योग के परामर्श से विकसित किए जाते हैं। ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया-भारत कौशल भागीदारी शिखर सम्मेलन में कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत की विकास यात्रा का अहम हिस्सा बनना चाहता है, क्योंकि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

मजबूत साझेदार बनेंगे
ऑस्ट्रेलिया के पास कई कौशल और धातुएं, खनिज व ऊर्जा हैं, जिनकी भारत को अपने वृद्धि के अगले चरण के लिए जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के 10 लाख लोग हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश मजबूत साझेदार बनेंगे। कौशल तथा प्रशिक्षण इसे अटूट बना सकते हैं। यह प्रति वर्ष आठ प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और अगले एक दशक में यह दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, जाहिर है ऐसे में दुनिया के हर देश की भारत में दिलचस्पी है। उन्होने कहा कि भारत को अगले दशक में अपने कौशल की मांग को पूरा करने में ऑस्ट्रेलिया मदद कर सकता है।