अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद अब नोएडा, दिल्ली और झांसी समेत अजमेर के उन मददगारों पर शिकंजा कसने की तैयारी है, जो बीते कुछ समय से असद को संरक्षण दे रहे थे। इस पूरे मामले में जांच कर रही एजेंसी के पास ऐसी पुख्ता जानकारियां हैं कि जिन लोगों ने असद को इन शहरों में संरक्षण दिया, वे सब अतीक के न सिर्फ गुर्गे हैं, बल्कि उसके इशारे पर दहशत भी पैदा करते थे। मुठभेड़ से पहले करीब 48 दिनों तक असद और गुलाम मुस्लिम अतीक के गुर्गों के साथ लगातार इन्हीं शहरों में अपना ठिकाना बनाए हुए थे। जानकारी के मुताबिक असद ने प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद शहर छोड़ दिया था। प्रयागराज के बाद वह कानपुर, नोएडा और दिल्ली गया था। इसी दौरान असद राजस्थान के अजमेर शहर भी गया। एसटीएफ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि असद की इन शहरों में जिन लोगों से मुलाकात हुई और जो लोग असद के साथ बने हुए थे अब उन सभी को ट्रैक किया जा रहा है। कुछ लोग तो असद के साथ प्रयागराज से लेकर अजमेर तक लगातार साथ बने रहे। अब जल्द ही उन सभी लोगों पर भी कार्रवाईयां होंगी, जिन लोगों ने असद को आश्रय दिया हुआ था। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली और नोएडा में जिन लोगों ने असद को शरण दी थी, वह प्रयागराज और कानपुर में अतीक के नाम पर पहले न सिर्फ धन की उगाही करते थे, बल्कि कई मामलों में अपहरण जैसे संगीन मामलों में वांछित भी रहे हैं।
नोएडा, दिल्ली, झांसी और अजमेर में हैं अतीक के बड़े ठिकाने! अब यहां होगी बड़ी कार्रवाई
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