महेंद्र सिंह धोनी अपनी भावनाओं को बहुत कम मौकों पर जाहिर करते हैं। जब से उन्होंने मैच से पहले या बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग नहीं लेने का फैसला किया है, तब से धोनी को सिर्फ टॉस के समय या मैच के बाद ब्रॉडकास्टर से बात करते समय ही सुना जाता है। सोमवार (29 मई) को पांचवीं बार आईपीएल जीतने के बाद धोनी ने अपने मन की बात की। उन्होंने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वह इस मैदान पर टूर्नामेंट के पहले मैच के दौरान डगआउट में रो रहे थे। फाइनल में गुजरात टाइटंस को हराने के बाद धोनी ने पुष्टि की कि अभी उनके करियर का अंत नहीं हुआ है। वह खुद को छह-सात महीने देंगे और फिर सीएसके के कप्तान के रूप में अपने भविष्य पर फैसला करेंगे। धोनी ने पहले मैच के दौरान भावुक होने को लेकर कहा, ”यह मेरे करियर का आखिरी दौर है। यहां पर आप भावुक हो जाते हैं। यहीं से इस सीजन की शुरुआत हुई थी और जब मैं पहले मैच में खेलने उतरा तो सभी मेरा नाम ले रहे थे। मेरी आंखों में पानी आ गए थे। मैं डगआउट में थोड़ी देर खड़ा रहा। कुछ देर बाद मुझे अहसास हुआ कि इस समय का मुझे लुत्फ उठाना चाहिए।”
पहले मैच के दौरान डगआउट में धोनी की आंखें क्यों थीं नम? मैच के बाद माही ने खुद बताया कारण
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